जदयू 'Janata Dal (United)' छोड़ने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने अब सीएम नीतीश कुमार को बड़ा झटका दिया है. कई बड़े नेता जदयू छोड़कर उपेंद्र की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल के साथ आ गए हैं. इसमें किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष राम लक्ष्मण सिंह कुशवाहा, सीतामढ़ी जिले के अनुसूचित जाति जनजाति के अध्यक्ष चंद्रिका पासवान, जिला सचिव मोहम्मद संजीर आलम, वीरेंद्र कुशवाहा और धर्मेंद्र सिंह शामिल हैं. धर्मेंद्र सिंह बेलसंड विधान सभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी रह चुके हैं.
उधर, गुरुवार को सीतामढ़ी पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने बिहार को गिरवी रखने का काम किया है. एक बार फिर नीतीश कुमार बिहार को साल 2005 से पहले वाला बिहार बनाने में जुट गए हैं. इसी वजह से उन्हें मजबूरन बिहार को बचाने के लिए नीतीश का साथ छोड़ना पड़ा. नीतीश कुमार अब प्रधानमंत्री मैटेरियल नहीं रहे.
नीतीश कुमार अपने मंत्री से ही परेशान- उपेंद्र कुशवाहा
कहा कि नीतीश कुमार इन दिनों अपने मंत्री से ही परेशान है. मुख्यमंत्री गिड़गिड़ा रहे हैं और राजद के लोग उन पर हावी हो गए हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने भी जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि अब आप दिल्ली जाइए, मुख्यमंत्री के ऊपर पूरी तरह राजद हावी है.
उन्होंने तेजस्वी यादव की ताजपोशी की तैयारी के सवाल पर कहा कि राजद के लोग होली के बाद ताजपोशी की बात खुलेआम कह रहे हैं. अगर ऐसा हुआ तो बिहार की हालत 2005 के पहले वाले बिहार से बदतर हो जाएगी. ये बिहार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण दिन होगा लेकिन वो ऐसा होने नहीं देंगे.
'साथियों से परामर्श के बाद ही कुछ निर्णय लूंगा'
बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपने कुछ खास लोगों के बहकावे में महागठबंधन का नेतृत्व पड़ोसी को देने का फैसला कर रहे हैं. इससे उन्हें ऐतराज था. नीतीश आत्मसमर्पण कर चुके हैं. बीजेपी के साथ गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी साथियों से परामर्श के बाद ही कुछ निर्णय लूंगा. हालांकि, इशारों-इशारों में ये भी कहा कि राजद के खिलाफ जो गठबंधन होगा, वो उसी का हिस्सा रहेंगे.
'जदयू में कोई चेहरा नहीं रह गया'
डिप्टी सीएम के सवाल पर कहा कि ऐसी कोई इच्छा नहीं थी, लेकिन जब कोई प्रधानमंत्री की इच्छा रख सकता है तो वो उप-मुख्यमंत्री की भी इच्छा नहीं रख सकते? जदयू में कोई चेहरा नहीं रह गया. तभी वो दूसरे दलों के हाथ सत्ता सौंपने की तैयारी कर रहे है.
नीतीश कुमार ने वो अवसर खो दिया
प्रधानमंत्री मैटेरियल नीतीश कुमार है कि नहीं के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले थे लेकिन अब नहीं हैं. नीतीश कुमार ने वो अवसर खो दिया है. उनके एक्शन के कारण जदयू एक तरह से खत्म हो चुकी है. नीतीश कुमार किन लोगों से घिरे हैं? इस सवाल के जवाब में कहा कि आप सब जानते हैं.
यही बिहार का दुर्भाग्य है- उपेंद्र कुशवाहा
तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले के सवाल पर उन्होंने कहा कि यही बिहार का दुर्भाग्य है कि यहां के लोग अब भी रोजी-रोटी बाहर कमाने जा रहे हैं. हालांकि, ये उनका संवैधानिक अधिकार है लेकिन अगर कोई हमला हो रहा है तो मुख्यमंत्री जी को तुरंत इस पर संज्ञान लेना चाहिए. ये उनकी जवाबदेही है.