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दिल्ली के एम्स में भर्ती हुए नीतीश, सीट बंटवारे पर हो सकती है बात

बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच 2019 लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर सहमति अभी तक नहीं बनी. इन सबके बीच नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि सीट बंटवारे को लेकर कोई फॉर्मूला निकल सकता है.

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली के एम्स में भर्ती हो गए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश को बुखार, आंख और घुटने में तकलीफ है. नीतीश कुमार सोमवार को अचानक दिल्ली पहुंचे.

सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार मंगलवार को एम्स के प्राइवेट में सुबह 8.30 बजे भर्ती हुए. हालांकि, उनकी जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि उन्हें क्या परेशानी है.

बता दें कि पिछले दिनों नीतीश कुमार के बीमार होने की खबरें आईं थीं. जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री का मेडिकल बुलेटिन जारी करने की मांग की थी. बीमारी की वजह से नीतीश कुमार के सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए गए थे.

नीतीश के दिल्ली दौरे पर कयास लगाया जा रहा है कि वह अपने उपचार के साथ ही 2019 के आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए के घटक दलों के सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे सकते हैं.

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हालांकि सूत्रों ने नीतीश कुमार के स्वास्थ्य कारणों से अचानक दिल्ली जाने की बात कही है. लेकिन जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने अपना नाम उजागर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि नीतीश दिल्ली प्रवास के दौरान अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मिल सकते हैं.

गौरतलब है कि रविवार को पटना में आयोजित जेडीयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के साथ सीट समझौते का मामला अंतिम चरण में है.

बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बिहार की 40 सीटों में से 22 पर जीत दर्ज की थी जबकि एनडीए ने 31 सीटें जीती थीं. उस समय में जेडीयू ने बीजेपी से नाता तोड़कर अलग चुनाव लड़ा था और उसे केवल 2 सीटें मिली थी.  

हालांकि 2015 में नीतीश कुमार ने कांग्रेस और लालू यादव की पार्टी जेडीयू के साथ गठबंधन किया और विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. 20 महीने बाद नीतीश ने पिछले साल एनडीए में वापसी कर गए हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव एनडीए में सीट बटवारे को लेकर सहयोगी दलों के बीच सहमति का फॉर्मूला तय नहीं हो पाया है.

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