बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि वह तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की तरह विपक्ष पर मानहानि के मुकदमे करवाकर उनकी आवाज को दबाना चाहते हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि जिस तरीके से जयललिता ने विपक्षी दलों पर 300 से ज्यादा मानहानि के मुकदमे कर दिए उसी तरह नीतीश कुमार भी विपक्ष पर मानहानि के मुकदमे करने की धमकी दे रहे हैं.
दरअसल, सुशील कुमार मोदी ने कुछ दिनों पहले यह आरोप लगाया था कि राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन, बलात्कार के आरोपी राजद के विधायक राजबल्लभ यादव और गया रोडरेज मामले में मुख्य आरोपी रॉकी यादव को बिहार सरकार की मदद से जमानत मिली. इस बात से नाराज सत्ता पक्ष सुशील मोदी पर मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दे रहे हैं.
सुशील मोदी ने कहा ' नीतीश कुमार कभी प्रशांत किशोर से और कभी जेडीयू प्रवक्ता से तो कभी सुप्रीम कोर्ट के स्टैंडिंग काउंसिल गोपाल सिंह से और अब पटना हाई कोर्ट के वकीलों से कानूनी कार्रवाई और मानहानि के मुकदमे की धमकियां दिलवा रहे हैं.' सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से सवाल किया कि आखिर क्यों शहाबुद्दीन और रॉकी यादव के मामले में महाधिवक्ता, अपर महाधिवक्ता और पब्लिक प्रॉसिक्यूटर को कोर्ट में क्यों नहीं खड़ा किया गया जिसकी वजह से इन दोनों को जमानत मिल गई?
सुशील मोदी ने सवाल किया कि जब शराबबंदी और म्यूजियम के मामले में देश के वरिष्ठतम वकील राजीव धवन और नागेश्वर राय को बुलाया जा सकता था तो राजद से जुड़े अपराधियों की बेल के विरोध के लिए इनकी सेवा क्यों नहीं ली गई. उन्होंने कहा कि बीजेपी न्यायालय और अधिवक्ताओं का पूरा सम्मान करती है. नीतीश कुमार द्वारा बार-बार दिलाई जा रही मुकदमों की धमकियों से वह डरने वाली नहीं है. मोदी ने कहा कि हाल की घटनाओं से यह बात जगजाहिर हो गई है कि सरकार ने जानबूझकर अभियुक्तों को जमानत दिलाने में मदद की है.