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सुशील मोदी का नीतीश कुमार पर निशाना, बोले- दार्शनिक की तरह बात करने लगे हैं बिहार के सीएम

बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी जेडी(यू) की हार होती देखकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दार्शनिक बन गए हैं. उन्‍होंने कहा कि नीतीश कुमार निराशा में जीवन, मृत्यु और कुर्सी का ठिकाना न होने की बात करने लगे हैं.

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सुशील कुमार मोदी
सुशील कुमार मोदी

बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी जेडी(यू) की हार होती देखकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दार्शनिक बन गए हैं. उन्‍होंने कहा कि नीतीश कुमार निराशा में जीवन, मृत्यु और कुर्सी का ठिकाना न होने की बात करने लगे हैं.

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सुशील मोदी ने नीतीश के शनिवार के बयान पर आज एक प्रेस बयान के जरिए अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. मोदी ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण आते आते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जमीन खिसकने का आभास हो गया है. वह निराशा में दार्शनिक की तरह जीवन, मृत्यु और कुर्सी का ठिकाना न होने की बात करने लगे हैं.

बिहार के पूर्व डिप्‍टी सीएम सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश और दो अरब पतियों को उम्मीदवार बनाने जैसे हथकंडे अपनाने के बाद भी जेडी(यू) कहीं मुकाबले में नहीं है.

उन्होंने दावा किया कि 210 सभाए करने के बावजूद जब नीतीश कुमार को बीजेपी की लहर के बीच जनता का समर्थन कहीं मिलता दिखाई नहीं पडा, तब उन्हें हताशा के चलते कुछ भी अच्छा नजर नहीं आ रहा है.

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'जनता ने नीतीश को नकार दिया'
सुशील ने आरोप लगाया कि सभी जोड़ तोड़ के बावजूद जनता ने बिहार में सुशासन और विकास के लिए मिले साल 2010 के जनादेश का अपमान करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नकार दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को अपने गृह जिले नालंदा की सभाओं में विरोध का सामना करना पडा तथा उनके मधेपुरा में कैंप करने के बावजूद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की सीट बचाने का दावा नहीं कर पा रहे हैं.

चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा और कांग्रेस पर नकारात्मक बातें करने के नीतीश के आरोप पर सुशील ने कहा कि वे बताएं कि महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगार, सीमा पर तनाव, आतंकवाद, उग्रवाद की आंतरिक चुनौती और सुस्त विकास के मुद्दे से भटकाने के लिये सांप्रदायिकता के मुद्दे को तूल देकर वे किसकी मदद कर रहे थे.

बीजेपी पर चुनावों में भारी राशि खर्च करने के आरोप पर सुशील ने कहा कि विपक्षी दल पर सवाल उठाने से पहले मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि सत्तारुढ जेडी(यू) के चुनाव प्रचार के लिये दो हेलिकॉप्‍टरों की व्यवस्था कैसे हुई.

गौरतलब है कि नीतीश ने शनिवार को एक सभा में कहा था, ‘जब जीवन का ठिकाना नहीं है तो कुर्सी की क्या बात करनी. सिद्धांत की खातिर जिस दिन भाजपा से नाता तोड़ने का निर्णय लिया उस दिन मैने कुर्सी की चिंता नहीं की'.

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