नीतीश कुमार अमूमन बीजेपी के नित नए गढ़े जाने वाले नारों और मुहावरों पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं देते, लेकिन बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी का एक तंज उन्हें चुभ गया. और इसके बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी को भाषा की मर्यादा बनाए रखने की नसीहत दे दी. नीतीश कुमार ने कहा, 'राजनीतिक दुश्मनी में बीजेपी अपने संस्कार के साथ भाषा की तमाम मर्यादाएं लांघ रही है.' 20 जुलाई को बीजेपी की राज्य कार्यकारिणी के आखिरी दिन अपने समापन भाषण में सुशील मोदी ने कहा था कि लालू-नीतीश की नई दोस्ती जंगलराज-2 की तैयारी है. नीतीश इसी बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा था कि जिस तरह आजकल फिल्मों के सीक्वल बन रहे हैं, उसी तरह बिहार की राजनीति में भी एक सीक्वल बन रहा है. फिल्मों में दबंग-2 और कृष-2 जैसे सीक्वल बने, उसी तर्ज पर बिहार में भी जंगलराज-2 बन रहा है. मोदी ने कहा कि लालू-राबड़ी का पुराना राज जंगलराज-1 था और अब नीतीश-लालू के मिलने पर जंगलराज-2 की तैयारी है. मोदी ने कहा कि बीजेपी ने पहले जंगलराज-1 को खत्म किया. अब नीतीश-लालू के इस जंगलराज-2 को भी खत्म करेंगे.
बिहार को लालू यादव के जंगलराज से निकालने का श्रेय नीतीश कुमार को दिया जाता है. उन्हें सुशासन बाबू भी कहा जाता रहा है. मगर अब विरोधी उनका नाम भी जंगलराज से जोड़ने लगे तो नीतीश भड़क गए.
जेडीयू का मानना है कि वो मुहावरों की राजनीति में यकीन नहीं करती इसलिए मोदी को जवाब में कुछ नहीं कहेगी. लेकिन पार्टी को ये मालूम है कि बीजेपी ने जंगलराज-2 को अगर चौक-चौराहों पर चर्चा का विषय बना दिया तो ये नीतीश कुमार की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.