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विपक्षी दलों की बैठक के लिए नीतीश कुमार का क्या है मेगा प्लान?

नीतीश कुमार ने 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक पटना में बुलाई है. इस बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, ममता बनर्जी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव समेत बड़े नेता शामिल होंगे. इस मीटिंग को सफल बनाने के लिए सीएम नीतीश ने मेगा प्लान तैयार किया है.

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निमंत्रण पर 23 जून को पटना में गैर बीजेपी 17 राजनीतिक दलों का महाजुटान होने वाला है, जहां पर 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर साझा रणनीति बनाने पर चर्चा होगी. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य होगा कि किस तरीके से 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजय रथ को रोका जाए और बीजेपी को सत्ता से बेदखल किया जाए. 

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पिछले दो महीने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मुलाकात कर रहे हैं और इसी के फलस्वरूप 23 जून को पटना में करीब 17 राजनीतिक दलों का जमावड़ा लगेगा, जहां पर 2024 को लेकर साझा रणनीति बनाई जाएगी.

कौन-कौन दल बैठक में होंगे शामिल? 

इस बैठक में कांग्रेस की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के ही पूर्व सांसद राहुल गांधी शामिल होंगे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, नेशनल कांफ्रेन्स नेता फारुक अब्दुल्ला, पीडीपी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती समेत लेफ्ट के कई नेता जैसे सीताराम येचुरी और डी राजा भी इस बैठक में शामिल होंगे.

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मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी 23 जून की सुबह पटना पहुंचते ही एयरपोर्ट से सीधा कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम जाएंगे, जहां पर करीब डेढ़ घंटे तक दोनों नेता रहेंगे और प्रदेश के नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे. खरगे और राहुल गांधी के स्वागत के लिए सदाकत आश्रम में 70,000 स्क्वायर फीट का एक भव्य पंडाल भी तैयार किया जा रहा है यहां पर वह स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ संवाद करेंगे.

हर मंत्री को सौंपी गई जिम्मेदारी

जानकारी के मुताबिक, ज्यादातर नेता 23 जून की सुबह से ही पटना पहुंचने लगेंगे. विपक्ष के नेताओं के स्वागत में कोई कमी ना हो इसके लिए नीतीश कुमार ने हर एक के विपक्ष के नेता के स्वागत के लिए बिहार सरकार के एक मंत्री को जिम्मेदारी सौंपी है.

हालांकि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22 जून की शाम को ही पटना पहुंच जाएगी और विपक्ष की बैठक से पहले आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगी.

कहां रुकेंगे विपक्ष के नेता? 

ज्यादातर विपक्ष के नेताओं को मुख्यमंत्री आवास, एक अणे मार्ग के निकट स्टेट गेस्ट हाउस में ठहराने का प्रबंध किया गया है. साथ ही कुछ और नेताओं को पटना के चाणक्य होटल और पटना सर्किट हाउस में भी रुकवाने का प्रबंध किया गया है. 

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वीवीआइपी नेताओं की सुरक्षा! 

विपक्ष के ज्यादातर नेता क्योंकि वीवीआइपी श्रेणी में शामिल है और उन्हें Z और Z+ सुरक्षा मिली हुई है इसी कारण से उनके पटना प्रवास के दौरान भी उसी प्रकार की सुरक्षा के घेरे में रखने की तैयारी की गई है ताकि उनकी सुरक्षा में किसी प्रकार की चूक ना हो. 

विपक्षी नेता चखेंगे बिहार का स्वाद लिट्टी चोखा! 

सूत्रों के मुताबिक विपक्ष की बैठक मुख्यमंत्री आवास पर 23 जून को सुबह 11:30 बजे शुरू होगी जिसके बाद मुख्यमंत्री आवास पर ही सभी नेताओं के लिए मुख्यमंत्री के तरफ से भोज का आयोजन किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की ओर से जो भोज का आयोजन किया जा रहा है उसमें मुख्य तौर पर बिहारी व्यंजन परोसने की तैयारी है जिसमें मुख्य द्वार पर लिट्टी और चोखा होगा. देश के अलग-अलग कोनों से विपक्ष के नेता इस बैठक के लिए पहुंच रहे हैं तो सभी को बिहार के मुख्य व्यंजन का स्वाद परोसने की तैयारी है. 

नीतीश का मेगा प्लान! 

2024 लोकसभा चुनाव को लेकर पहली बार इतने बड़े पैमाने पर विपक्षी दलों के नेताओं का जमघट पटना में लगेगा. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में फिलहाल विपक्षी दलों के बीच सीट शेयरिंग एग्रीमेंट या फिर किसी एक नेता के चुनाव पर चर्चा नहीं होगी बल्कि इस बात को लेकर सहमति बनाई जाएगी कि विपक्ष बीजेपी के हर एक उम्मीदवार के खिलाफ अपना एक साझा उम्मीदवार खड़ा करे ताकि वोटों का बंटवारा ना हो. इस बैठक में सभी विपक्षी दलों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने को लेकर भी सहमति बन सकती है. 

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