बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि ओबीसी कोटे को दिए जाने वाले 27 फीसदी आरक्षण को बढ़ाकर 56 फीसदी करने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि जनसंख्या के आधार पर आरक्षण मिलने का वह समर्थन करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने अपील करते हुए कहा कि 2021 में होने वाली जनसंख्या के साथ जातीय आंकड़े भी जारी किए जाने चाहिए.
सोमवार को राजधानी पटना में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग को आर्थिक आधार पर मिलने वाला 10 फीसदी आरक्षण जल्द ही बिहार में लागू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी वह इस पर कानूनी सलाह ले रहे हैं.
EVM में कोई दिक्कत नहीं
साथ ही उन्होंने इस दौरान विपक्ष पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि चुनाव में ईवीएम ही सबसे सही ऑप्शन है, चुनाव में ईवीएम का उपयोग होना चाहिए. साथ ही हो सके तो VVPAT का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
विपक्ष पर वार
विपक्ष के महागठबंधन पर उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी को अन्य पार्टी के साथ गठबंधन करने की छूट है, ऐसे में दूसरी पार्टी क्या कर रही है वह इस पर कुछ कमेंट नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन जनता ही मालिक है. 3 फरवरी को होने वाली कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली को लेकर उन्होंने कहा कि वह अगर मेरी कोई पोल खोलना चाहते हैं तो उनका स्वागत है.
Bihar CM Nitish Kumar: EVMs are the right option. Elections should be conducted using EVMs. We have also said that every booth should also have VVPATs. People started voting ever since EVMs were brought into use. pic.twitter.com/u1dwi9YwQV
— ANI (@ANI) January 21, 2019
सीट बंटवारे पर फैसला जल्द
नीतीश ने इस दौरान कहा कि वह 3 मार्च को पटना में NDA की एक बड़ी रैली होगी, हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें हिस्सा लेंगे. लोकसभा चुनाव के तहत होने वाले सीट बंटवारे पर उन्होंने कहा कि फरवरी तक हम ये तय कर लेंगे कि बीजेपी-जेडीयू कौनसी सीट पर चुनाव लड़ेंगे.
गौरतलब है कि दोनों पार्टियों ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जबकि बाकी की 6 सीटों पर रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी चुनाव लड़ेगी.