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राजगीर में मेरी समाधि बने यह तो अच्छी बात है: नीतीश कुमार

नीतीश ने कहा कि जो खुद भ्रष्ट्राचार में लिप्त हैं, सजायाफ्ता हैं, भ्रष्टाचार के पुरोधा हैं, खुद भी गए और बाल-बच्चों को भी भ्रष्टाचार के दलदल में भेज दिया, वो भ्रष्टाचार पर भाषण दे रहे हैं, हद है.

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प्रेस को संबोधित करते नीतीश कुमार
प्रेस को संबोधित करते नीतीश कुमार

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजनीति में बयानबाजी में आई गिरावट पर निशाना साधते हुए कहा है कि राजगीर में मेरी समाधि बने इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है. उन्होंने महागठबंधन सरकार में अपने सहयोगी रहे RJD प्रमुख लालू प्रसाद के संदर्भ में कहा कि मेरे बड़े भाई ने अच्छी बात कही है.

उन्होंने कहा, "राजगीर जरासंध का अखाड़ा है. वहां मगध की राजधानी रही है. राजगीर से मेरा लगाव रहा है, हम तो जाएंगे ही."

गौरतलब है कि लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार के राजगीर दौरे को लेकर कहा था कि उनकी समाधि राजगीर में ही बनेगी.

नीतीश कुमार ने लोकसंवाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान लालू प्रसाद पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, "जो खुद भ्रष्ट्राचार में लिप्त हैं, सजायाफ्ता हैं, भ्रष्टाचार के पुरोधा हैं, खुद भी गए और बाल-बच्चों को भी भ्रष्टाचार के दलदल में भेज दिया, वो भ्रष्टाचार पर भाषण दे रहे हैं, हद है."

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नीतीश कुमार पूरे रौ में सवाल किया कि सृजन घोटाला किसने उजागर किया? शौचालय घोटाला किसने उजागर किया?

उन्होंने कहा, "किसी विपक्षी दल ने इसे उजागर नहीं किया, बल्कि खुद प्रशासन ने इसका उजागर किया है. मुझे पहले सृजन घोटाले का पता चला. उस समय 250 करोड़ का घोटाला था. हमने तुरंत कार्रवाई की. किसी को बचाने का प्रयास नहीं किया या घोटाले को छिपाने का प्रयास नहीं किया. प्रशासन में सब तरह के लोग हैं. गड़बड़ लोग भी हैं. सब का ठेका कौन ले सकता है."

नीतीश ने कहा कि सृजन और शौचालय घोटाला भागलपुर और पटना के जिलाधिकारियों ने पकड़ा. सृजन घोटाले की जांच हमने सीबीआई को सौंप दी है. वो एक एक चीज की जांच कर रही है. कोई बचेगा नहीं, चाहे वह नेता हो, अधिकारी हो या फिर कर्मचारी हो. उन्होंने कहा कि जिस चीज में प्रशंसा मिलनी चाहिए, उसमें भी गाली मिल रही है. प्रशासन ने अगर इसको उजागर किया है तो उसे इसकी प्रशंसा मिलनी चाहिए.

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