राजधानी पटना में पीरबहोर थाना अंतर्गत गंगा नदी किनारे अदालत घाट के पास सोमवार को मची भगदड़ में 17 लोगों की मौत के लिए प्रशासनिक विफलता को जिम्मेदार ठहराते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की.
नई दिल्ली से पटना पहुंचे लालू ने अपने आवास पर मीडियाकर्मियों से कहा, ‘हादसा का कारण प्रशासनिक विफलता है. नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा देना चाहिए नहीं तो ईश्वर उन्हें दंड देंगे. इस हादसे के बाद नीतीश सरकार के पतन की शुरूआत हो गयी है. हम नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग नहीं करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘रातों रात बना चचरी का पुल लोगों के लिए मौत का पुल साबित हुआ. जिसने भी इस पुल का निर्माण कराया था उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. हम इस घटना को लेकर राजनीति नहीं कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार को बताना चाहिए कि अदालत घाट के पास मची भगदड़ के लिए कौन जिम्मेदार है? भारी भीड़ को देखते हुए भी सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं किये गये?’
लालू ने कहा कि मुख्यमंत्री को घटनास्थल का दौरा करना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. वह गलतफहमी के शिकार हैं. हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए राजद सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी अपने कोष से मृतकों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देगी. बाद में लालू प्रसाद मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए रवाना हो गये. लालू ने कहा, ‘मैं शोक संतप्त भाइयों, माताओं और बहनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाउंगा.’