देश में 'एक देश-एक चुनाव' को लेकर छिड़ी बहस में अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कूद गए हैं. नीतीश कुमार ने इसका समर्थन किया है. उनका कहना है कि यह एक काफी अच्छा आइडिया है, क्योंकि बार-बार चुनाव होने से लोग इसी में फंसे रहते हैं. बता दें कि बजट सत्र की शुरुआत के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने अभिभाषण में इस बात का जिक्र किया था. जिसके बाद इस पर चर्चा तेज हुई है. एक देश-एक चुनाव के तहत पूरे देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाएंगे.
नीतीश कुमार ने कहा कि अभी के समय में कभी मध्यावधि चुनाव होते हैं, तो कभी कोई और तरह के चुनाव चलते रहते हैं. मैं शुरू से इस बात को कह रहा हूं कि अगर ऐसा होता है तो अच्छा होगा. नीतीश ने कहा कि इस मुद्दे पर सभी पार्टियों से सहमति बनानी होगी, जो तत्काल संभव नहीं लगता है. पर बातचीत तो शुरू होनी चाहिए.
नीतीश कुमार ने बुधवार को 100 फीसदी इथेनॉल ऑटो रिक्शा की टेस्ट ड्राइव की. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे.
बता दें कि इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा था. चिदंबरम का कहना था कि ये भी मोदी सरकार का एक तरह का जुमला ही है. उन्होंने कहा कि भारत का संविधान किसी भी राज्य को शासन के लिए तय समयावधि नहीं देता है. चिदंबरम ने कहा है कि जब तक आप संविधान में परिवर्तन नहीं करते हैं, यह संभव ही नहीं हो सकता है.
मोदी ने माहौल बनाने का दिया है निर्देश
गौरतलब है कि हाल ही में हुई भारतीय जनता पार्टी की बैठक में कार्यकर्ताओं से देश में इसके लिए माहौल बनाने को कहा था. पीएम मोदी ने भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि देश में लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराए जाने की योजना पर देशभर में लोगों को जागरुक कराएं.