बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों ट्वीट के माध्यम से अपने विरोधियों पर हमला कर रहे हैं. पिछले दो दिनों से वो ट्वीट का का जो तीर चला रहे हैं, उससे उनके विरोधी घायल हो रहे हैं. नीतीश कुमार को ट्वीट अटैक का यह आइडिया राजगीर की धूप में बैठे-बैठे आया और उन्होंने अपने तरकश में एक से एक ट्विटर के तीर जमा करने शुरू कर दिए हैं. अब हर रोज सुबह 9 बजे यह तीर उनके विरोधियों पर चलेगा.
नीतीश कुमार के ट्वीट में खास बात ये है कि वो किसी का नाम लेकर हमला नहीं कर रहे. लेकिन जिस पर ये ट्वीट किया जा रहा है वो समझ जाता है. ट्विटर तीर दिल के ठीक बीचो बीच लगती है और उसका दिल बैठ जाता है.
जान की चिंता, माल-मॉल की चिंता,
सबसे बड़ी देशभक्ति है !
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 29, 2017Advertisement
पहले दिन नीतीश कुमार का उनका टूवीट था. 'राज्य सरकार द्वारा Z plus और SSG की मिली हुई सुरक्षा के बावजूद केन्द्र सरकार से NSG और CRPF के सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों की उपलब्धता के जरिए लोगों पर रौब गांठने की मानसिकता, साहसी व्यक्तित्व का परिचायक हैं.'
इस ट्वीट में नीतीश कुमार ने कहीं भी लालू प्रसाद यादव का नाम नहीं लिया, लेकिन ट्विटर तीर के निशाने पर सीधे लालू प्रसाद यादव थे. इस ट्वीट से ये भी पता चला कि लालू प्रसाद यादव को राज्य सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा बरकरार है, केवल केन्द्र सरकार द्वारा एनएसजी और सीआरपीएफ की सुरक्षा हटाई गई है. नीतीश कुमार ने यहा तक इस ट्वीट के जरिए कह दिया कि सुरक्षा से ज्यादा यह लम्बी चौड़ी पल्टन लोगों पर रौब गांठने के लिए है.
नीतीश कुमार का दुसरा ट्विटर तीर कुछ इस प्रकार है- 'जान की चिन्ता, माल मॉल की चिन्ता, सबसे बड़ी देश भक्ति है. नीतीश कुमार का ये ट्वीट भी आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के लिए है. सुरक्षा हटाए जाने पर कहा गया था कि लालू प्रसाद यादव को जान का खतरा हो सकता है. बेनामी सम्पति और मॉल को लेकर ये टिप्पणी की गई है कि उन्हें केवल अपनी जान अपनी सम्पति और मॉल की चिन्ता है. और यही उनके लिए सबसे बड़ी देश भक्ति है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब हर रोज एक से एक ट्वीट तीर चलाएंगे. जाहिर है कि उनके निशाने पर आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ही होंगे. नीतीश कुमार वैसे कम ही ट्वीट करते हैं, लेकिन लगता है कि ताजा हालात में ट्वीटर पर उनके ट्वीट लगातार तीर की तरह बरसते रहेंगे.