बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 'समाजवादी' कार्ड खेलते हुए प्रख्यात समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की है. नीतीश कुमार ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. नीतीश ने साथ ही अनुरोध किया है कि गोवा हवाई अड्डा का नाम लोहिया के नाम पर रखा जाए, क्योंकि पुर्तगालियों से गोवा को आजाद कराने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
डॉ. राममनोहर लोहिया की जयंती 12 अक्टूबर को है और नीतीश कुमार ने इसी दिन उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने का अनुरोध प्रधानमंत्री से किया है. नीतीश कुमार ने स्वच्छता की चर्चा करते हुए लिखा है कि डॉ. लोहिया गांवों में स्त्रियों के लिए दरवाजा बंद शौचालय के निर्माण की मांग तत्कालीन सरकार से लगातार करते रहे. लोहिया का कहना था कि खुले में शौच देहात की औरतों के लिए न सिर्फ शर्मनाक व लज्जाजनक है, बल्कि उनके स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव डालता है.
नीतीश ने लिखा, डॉ. लोहिया नेहरू विरोधी थे और उनका कहना था कि यदि नेहरू सभी गांवों में महिलाओं के लिए शौचालय बनवा दें तो मैं उनका विरोध करना बंद कर दूंगा. लोहिया ने स्वच्छ्ता व स्त्री स्वास्थ्य के लिए हमेशा प्रयास किया.
नीतीश ने लिखा, इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों की औरतों के लिए धुआंमुक्त चूल्हों की तकनीक को प्रत्येक रसोई में पहुंचाने की उनकी मजबूत आवाज संसद में और सड़कों पर लगातार गूंजती रही. पिछली सदी के मध्य में भारत की तत्कालीन सरकार और समाज को इन बिन्दुओं पर जागृत करना लोहिया की दूरदृष्टि का परिचायक है. इसके अलावा नीतीश कुमार ने लोहिया के भारत की आजादी की लड़ाई में योगदान और अमेरिका के रंगभेद नीति के खिलाफ उनके नीति की चर्चा इस पत्र में की है.