बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय कार्यक्रम को जुमला करार दिया है. मोदी ने कहा कि बिहार चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने जो सात निश्चय का मंत्र बिहार के विकास के लिए दिया था वह आज के दिन में जुमला बनकर रह गया है. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार निश्चय यात्रा पर नहीं, बल्कि सेल्फ मार्केटिंग यात्रा पर निकले हैं.'
बिहार में नहीं हुआ विकास का काम
नीतीश कुमार 9 नवंबर से निश्चय यात्रा पर निकले हुए हैं. इसके तहत वह बिहार के तमाम 38 जिलों का दौरा कर रहे हैं और निरीक्षण कर रहे हैं कि सात निश्चय कार्यक्रम के तहत जो विकास कार्य बिहार में चल रहा है उसकी जमीनी हकीकत क्या है. मोदी ने कहा नीतीश कुमार के चुनाव से पहले किए हुए सारे वादे आज के दिन में जुमला साबित हो रहे हैं, क्योंकि बिहार में विकास का कोई कार्य नहीं हो रहा है.
पीएम की तारीफ की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले जितने वादे किए थे, एक के बाद एक उन्हें पूरा कर रहे हैं. चाहे वह काले धन पर किया गया वादा हो या फिर कोई और वादा. उन्होंने कहा, 'कालेधन पर चोट करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबतक 9 बड़े कदम उठाए हैं, जिसमें से 500 और 1000 रुपये को बंद करना भी एक है. प्रधानमंत्री मोदी के किए गए वादों को जुमला कहने वाले आज उनका लोहा मान रहे हैं'.
मुलायम का बयान नीतीश के लिए झटका
यूपी चुनाव में सपा के गठबंधन से इनकार करने पर सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार को मुलायम सिंह के इस बयान से बहुत बड़ा झटका लगा है. गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री की कोशिश थी उत्तर प्रदेश चुनाव में भी बिहार के तर्ज पर एक महागठबंधन बने, ताकि बीजेपी को कड़ी टक्कर दी जा सके. उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश में गठबंधन और तालमेल की राजनीति के लिए बेचैन नितीश कुमार को करारा झटका देते हुए मुलायम सिंह यादव ने किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया है. मुलायम चाहते हैं कि सिर्फ जनता परिवार का विलय होना चाहिए. नीतीश कुमार आखिर मुलायम सिंह के इस ऑफर को स्वीकार क्यों नहीं कर लेते?'.