पहले तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बच्चों की मौत पर हफ्ते भर तक मौन रहे, और जब जुबान खोला तो सियासी बोल फूट पड़े. कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में उन्होंने ऐलानिया तौर पर कह दिया कि छपरा की घटना के पीछे विपक्ष की साजिश है. लेकिन, उनकी ही पार्टी के अध्यक्ष शरद यादव ने नीतीश के इन दावों को खारिज कर दिया है. साथ ही इशारों में इशारों पार्टी के नेताओं को जांच रिपोर्ट आने तक संयम बरतने की नसीहत दे डाली. हाल के दिनों में यह पहला मौका है कि किसी मुद्दे पर नीतीश और शरद यादव के अलग-अगल सुर में बोल रहे हैं.
गौरतलब है कि मिड डे मील हादसे को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री पी के शाही तो पहले से ही साजिश की रट लगाए हैं . जांच पूरी हुए बिना बिहार सरकार इसका ठीकरा विरोधियों पर फोड़ने पर तुली है.
अब जब इस मुद्दे पर हंगामा मचा तो जेडीयू के अध्यक्ष ने अपने ही नेताओं के बयान को पलट दिया. इस बाबत जब आज तक के संवाददाता बालकृष्ण ने शरद यादव से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि शाही जी ने क्या कहा इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन जांच होगी तभी मुकम्मल तौर पर हम बताएंगे.
इसके बाद जब उनसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान के बारे में पूछा गया तो इस सवाल यह कहकर खारिज कर दिया कि नीतीश ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. पर जांच रिपोर्ट का इंतजार करने की बात तो नीतीश के लिए नसीहत ही थी.
शरद यादव की यह दलील बिहार के नेताओं को रास नहीं आई. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नरायण सिंह ने अपने ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान को दरकिनाकर किया और नीतीश कुमार के दावों में दम ढूंढने लगे.