बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले 10 सालों से लोगों की शिकायतें और उनके समाधान के लिए चला रहे जनता दरबार कार्यक्रम को बंद करने का फैसला लिया है. अब इसके बदले नीतीश आगामी दिसंबर महीने से लोक संवाद कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहे हैं.
जनता दरबार कार्यक्रम बंद होगा
शुक्रवार को हुए बिहार कैबिनेट की बैठक में लोक संवाद कार्यक्रम को सबकी मंजूरी दे दी गई. लोक संवाद कार्यक्रम के तहत बिहार के मुख्यमंत्री हर महीने तीन सोमवार को आम लोगों से विचार विमर्श करेंगे और उन्हीं के सुझाव से राज्य में विकास की नई योजनाओं का प्रारूप भी तैयार होगा. जानकारी के अनुसार, महीने के तीन सोमवार को नीतीश अपने आवास पर 50-50 लोगों से मिलेंगे और अलग-अलग विषयों पर उनके सुझाव लिए जाएंगे. इस कार्यक्रम के तहत आमजन अपने सुझाव ऑनलाइन, डाक या फिर सीधे मुख्यमंत्री के सचिवालय में भेज सकते हैं.
अलग-अलग विषयों पर सुझाव लेंगे
नीतिश कुमार अलग-अलग विषयों पर मिलने वाले सुझाव पर मुख्यमंत्री तथा विभागीय मंत्री और अधिकारी विचार विमर्श करके उन सुझावों को विकास के कार्यक्रमों और योजनाओं के लिए शामिल करेंगे. 'पहले जनता अपने सुझाव हर एक विषय पर मुख्यमंत्री तक ऑनलाइन या डाक से पहुंचा सकते हैं. उसके बाद उनमें से 50 लोगों को प्रत्येक सोमवार को मुख्यमंत्री से सीधे संवाद के लिए बुलाया जाएगा' बृजेश मल्होत्रा, प्रधान सचिव कैबिनेट ने दी जानकारी
हर महीने के पहले सोमवार को चर्चा होगी
हर महीने के पहले सोमवार को आधारभूत संरचना जैसे पथ निर्माण विभाग और ऊर्जा विभाग से जुड़ी सुझाव पर चर्चा होगी. दूसरे सोमवार को प्रशासन से जुड़ी जैसे की पुलिस और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी सुझाव पर चर्चा होगी तथा तीसरे सोमवार को सामाजिक क्षेत्र से जुड़ी जैसे शिक्षा विभाग और स्वास्थ विभाग से जुड़े सुझाव पर चर्चा होगी.