लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी से गठजोड़ की कोशिश में जुटे पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि वो सेक्युलर हैं और इसे साबित करने की जरूरत नहीं है. लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपनी 'शिकायत' भी जगजाहिर कर दी. पासवान ने यह भी कहा कि गठबंधन के विकल्प खुले हैं और इस बारे में 3-4 दिनों में फैसला कर लिया जाएगा.
पासवान ने पत्रकारों से कहा, 'आरजेडी के साथ हमारे गठबंधन को अहमियत नहीं दी गई. मैं सोनिया गांधी और सी पी जोशी से दो-दो बार मिला था. मुझे जवाब मिला कि कांग्रेस सीटों के बारे में फैसला 31 दिसंबर के बाद करेगी. लेकिन कुछ नहीं हुआ.' उन्होंने आगे कहा, 'रामविलास पासवान सेक्युलर हैं, इसे साबित करने की जरूरत नहीं. गुजरात दंगों के वक्त मैंने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था.'
पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पासवान ने कहा कि यह मीटिंग बीजेपी के साथ गठबंधन पर विचार करने के लिए बुलाई थी. रामविलास के बेटे चिराग पासवान ने कहा, 'पुराना गठबंधन खत्म हो जाने के बाद अब हमारे सभी विकल्प खुले हैं. हम विकल्पों की संभावनाएं तलाश रहे हैं क्योंकि मौजूदा गठबंधन से हम खुश नहीं हैं.'