जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने अकसर विवादों में आने वाले बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पद से हटाए जाने की संभावना से गुरुवार को खारिज कर दिया.
उन्होंने कहा कि तत्काल उनकी प्राथमिकता जनता परिवार से निकले विभिन्न दलों का विलय कराना और एनडीए सरकार के ‘अध्यादेश राज’ के खिलाफ संयुक्त विरोध प्रदर्शन शुरू करने की है. इस बात की प्रबल अटकलें हैं कि जेडीयू मांझी को हटाएगी. मांझी ने गुरुवार को कुमार के करीबी समझे जाने वाले कई अधिकारियों का तबादला किया था. कुमार मांझी से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री थे. नीतीश को CM बनाना चाहते हैं लालू
जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव से यहां बातचीत करने के बाद कुमार ने कहा कि यह मुद्दा उनके एजेंडा में नहीं था. पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हम अपनी विलय योजना में व्यस्त हैं और इसी मुद्दे पर हमने चर्चा की. हमने हमारे संयुक्त विरोध के स्वरूप पर भी चर्चा की. यह (मांझी को हटाना) विचाराधीन नहीं है. मुझे बिहार के मुद्दों पर चर्चा के लिए दिल्ली आने की जरूरत नहीं है.’
यादव ने इस बीच कहा कि मांझी को हटाने की संभावना संबंधी खबरें मीडिया की उपज हैं और इसकी कोई विश्वसनीयता नहीं है. कुमार ने बीजेपी नीत केंद्र सरकार की ‘अध्यादेश राज’ के जरिए शासन करने के उसके प्रयासों के लिए आलोचना की. उन्होंने सरकार की ओर से भूमि अधिग्रहण, कोयला और खदानों पर नए कानूनों को प्रभावी बनाने के लिए लाए गए विभिन्न अध्यादेशों के संदर्भ में यह बात कही. सूत्रों ने बताया कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के अगले एक या दो दिन में राष्ट्रीय राजधानी में आने की उम्मीद है.
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद भी उस दौरान यहां होंगे. मुलायम सिंह यादव को जनता परिवार के दलों का विलय कराने के लिए अधिकृत किया गया है. आमिर खान अभिनीत ‘पीके’ के खिलाफ आरएसएस और उससे संबद्ध संगठनों के प्रदर्शन को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कुमार ने कहा कि फिल्म धार्मिक पाखंड और अंधविश्वास के खिलाफ है. उन्होंने दावा किया कि ये संगठन समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. कुमार ने कहा, 'असली लड़ाई हिंदू बनाम हिंदू है. एक चरमपंथी तबका है जिनकी संख्या इन दिनों बढ़ी है क्योंकि वे सत्ता में हैं लेकिन नरमपंथी उन्हें अब भी संख्या के मामले में पीछे छोड़ देंगे.'
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विकास की बात करके ध्यान भटकाने वाला हथकंडा अपनाने का आरोप लगाया जबकि ये संगठन समाज को बांटने का काम करते हैं. कुमार ने कहा कि सत्तारूढ़ बीजेपी जनता परिवार के संगठनों के विलय को लेकर सशंकित है. उन्होंने कहा कि विलय से नरमपंथियों के हाथ और मजबूत होंगे.