गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने शुक्रवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि उन्होंने बीजेपी से हाथ मिला लिया है. पटेल शुक्रवार को पटना पहुंचे. वह भाजपा के खिलाफ मुखर रहते हैं.
पटना हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पटेल ने कहा , 'नीतीश कुमार ने अपना रास्ता बदल लिया है. इसलिए उनसे मिलने का कोई फायदा नहीं है. अगर लालूजी मुंबई में अपना इलाज नहीं करा रहे होते, तो मैं बेशक उनसे मिलता. अगर मेरे राज्य में रहने के दौरान तेजस्वी यादव यहां रहे तो मैं निश्चित रूप से उनसे मिलने की कोशिश करुंगा.'
पटेल नवनिर्माण सेना (पनसे) के अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने शुक्रवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने में उनकी कोई रुचि नहीं है, क्योंकि उन्होंने बीजेपी से हाथ मिला लिया है.
वह तेजस्वी यादव से मिलने की इच्छा रखते हैं. शुक्रवार को यहां पहुंचे पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक ने हालांकि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव से मुलाकात की इच्छा जाहिर की.
पटेल ने कहा, नीतीश कुमार ने अपना रास्ता बदल दिया है.वह अब भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं. उनसे मिलने और बातचीत करने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि मैं बीजेपी के खिलाफ हूं. हार्दिक यहां कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने आए हुए हैं.
उन्होंने कहा, मैं लालू प्रसाद से मिलकर उनसे बात करना चाहता हूं, लेकिन मुझे पता चला है कि वह मुंबई में हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि अब वह बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे. इसके पहले दर्जनों की संख्या में युवकों ने पटना हवाईअड्डे पर हार्दिक की अगवानी की और उनके समर्थन में नारे लगाए.
मिला था वीआईपी सत्कार
गौरतलब है कि हार्दिक पिछली बार जब दिसंबर, 2016 में पटना आए थे, तब वह पटना हवाईअड्डे से सीधे मुख्यमंत्री नीतीश के आधिकारिक आवास पर गए थे और राज्य सरकार ने उन्हें वीआईपी सत्कार दिया था. लेकिन इस बार स्थिति अलग है. नीतीश कुर्मी जाति के हैं, और हार्दिक गुजरात में ताकतवर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की पटेल जाति के हैं, ठीक उसी तरह जिस तरह बिहार में कुर्मी हैं.