लालू प्रसाद के जेल जाने के मसले पर जेडीयू सतर्क रुख अपना रही है. लेकिन बिहार की राजनीति में बाबा के नाम से मशहूर शिवानंद तिवारी तो उनके जेल जाने से बेहद दुखी हैं.
कभी लालू के खास रहे तिवारी फिलहाल नीतीश कुमार के साथ हैं, लेकिन जिस तरह इसी साल जुलाई में उन्हें जेडीयू के प्रवक्ता पद से हटाया गया, उससे उनके पार्टी छोडऩे की अटकलें भी लगने लगी थीं. कहा जाने लगा कि तिवारी का अब जेडीयू से मोहभंग हो रहा है. वे लालू के जेल जाने से आहत हैं. अनौपचारिक चर्चाओं में उनका दर्द उमड़ पड़ता है. तिवारी का मानना है कि बहुत से ऐसे लोग हैं, जो भ्रष्टाचार करके अभी भी बचे हुए हैं. वे बाकायदा उन नामों को भी गिनाते हैं.
लेकिन यहां गौरतलब है कि जिस चारा घोटाले में लालू को जेल जाना पड़ा है, उस केस के याचिकाकर्ताओं में खुद तिवारी भी शामिल रहे हैं. लालू के जेल जाने के बाद शिवानंद तिवारी ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि यादव वोट लालू से नहीं छिटकेगा. हालांकि आरजेडी से जुड़े नेताओं का मानना है कि खुद तिवारी भी फंस रहे हैं, क्योंकि इसी मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने सीबीआई से नीतीश कुमार और तिवारी की भूमिका पर हलफनामा मांगा है.