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बिहार के भागलपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां पर सदर अस्पताल के नर्सिंग फर्स्ट ईयर की पढ़ाई करने वाली लड़कियों (ANM) को उनके हॉस्टल की वार्डन ने ऐसा फरमान सुनाया है, जिसे सुनहर वे हैरान रह गई और अब जमकर विरोध कर रही हैं.
दरअसल, हॉस्टल वार्डन पूर्वी दास ने कहा है कि छात्राएं जब जब तक हॉस्टल के सभी टॉयलेट और वॉशरूम की सफाई नहीं करेगी उनको बिजली, पानी, खाना और क्लास (पढ़ाई) से वंचित रखा जाएगा. एएनएम की छात्राओं को टॉयलेट और वाशरूम की सफाई करने के बाद ही क्लास जाने और खाना खाने की अनुमति मिलेगी.
हॉस्टल वार्डन पूर्वी दास के फरमान से छात्राओं में काफी आक्रोश है. उन्होंने अपने हॉस्टल वार्डन के खिलाफ जमकर हंगामा भी किया. छात्राओं ने पहले अपने हॉस्टल के पास जोरदार प्रदर्शन किया, उसके बाद सिविल सर्जन कार्यालय के पास हंगामा शुरू कर दिया.
मानसिक रूप से किया जा रहा परेशान: छात्राएं
छात्राओं का कहना है कि हॉस्टल वार्डन पूर्वी दास ने सख्त हिदायत दी है कि जब तक हम लोगों बाथरूम और टॉयलेट रूम को साफ नहीं करते तब तक हम लोगों को क्लास में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. साथ ही हम लोगों की बिजली भी काट ली गई है. खाना भी तभी देने का कहा गया है जब सफाई कर देंगे.
छात्राओं ने कहां हम लोगों को मुख्य रूप से वार्डन पूर्वी दास सीनियर छात्रा एवं अन्य वार्डन मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही हैं. हम लोग यहां पढ़ने आए हैं या टॉयलेट बाथरूम साफ करने के लिए?
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छात्राएं कहीं भी फेंक देती हैं सेनेटरी पैड और नैपकिन- वार्डन पूर्वी दास
हॉस्टल की वार्डन पूर्वी दास ने बताया कि छात्राएं अपना सेनेटरी पैड और यूज्ड नैपकिन बाथरूम में जहां-तहां फेंक देती है. जिसके चलते पूरा बाथरूम और टॉयलेट गंदा हो जाता है. मैंने कहा जब तक उसे साफ नहीं किया जाएगा तब तक आप लोगों को क्लास में एंट्री नहीं होगी और उपस्थिति को अनुपस्थित कर दिया जाएगा. मैंने कई काम हॉस्टल में कराए हैं मैं उनके हित की बात सोचती हूं, मगर छात्राएं इसे अलग रूप में ले रही हैं. यह गलत है.
( भागलपुर से निभाष मोदी के इनपुट के साथ )