scorecardresearch
 

CM जीतन राम मांझी के मंत्रियों को रास नहीं आया कंप्यूटर ज्ञान

बिहार में जीतन राम मांझी सरकार ने मंत्रियों को हाईटेक बनाने के लिए भले ही उन्हें कंप्यूटर की ट्रेनिंग देने की योजना बनाई हो, लेकिन यह उन्हें रास नहीं आ रहा. पटना में आयोजित कम्प्यूटर प्रशिक्षण में मंत्रियों की संख्या काफी कम थी. 32 मंत्रियों में से सिर्फ नौ मंत्री ही इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने पहुंचे. इनमें से चार मंत्री कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री मांझी के साथ ही निकल गए.

Advertisement
X
जीतन राम मांझी (फाइल फोटो)
जीतन राम मांझी (फाइल फोटो)

बिहार में जीतन राम मांझी सरकार ने मंत्रियों को हाईटेक बनाने के लिए भले ही उन्हें कंप्यूटर की ट्रेनिंग देने की योजना बनाई हो, लेकिन यह उन्हें रास नहीं आ रहा. पटना में आयोजित कम्प्यूटर प्रशिक्षण में मंत्रियों की संख्या काफी कम थी. 32 मंत्रियों में से सिर्फ नौ मंत्री ही इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने पहुंचे. इनमें से चार मंत्री कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री मांझी के साथ ही निकल गए.

Advertisement

बिहार सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग के निर्देश पर राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान की ओर से बुधवार को मंत्रियों को कंप्यूटर की ट्रेनिंग देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में राज्य के सभी 32 मंत्रियों को भाग लेना था, लेकिन सिर्फ नौ मंत्री ही कंप्यूटर का ज्ञान पाने पहुंचे.

सूत्रों का कहना है कि एक मंत्री को छोड़कर किसी अन्य मंत्री ने लैपटॉप तक पहुंचने की कोशिश तक नहीं की, जबकि सेन्टर टेबल पर लैपटॉप के साथ प्रशिक्षक मौजूद थे.

वैसे मुख्यमंत्री मांझी ने खुद के लिए इस प्रशिक्षण को काफी जरूरी बताया. मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं टेक्न‍िकल पर्सन नहीं हूं. बिहार सरकार में अगर किसी को सबसे अधिक इसकी जरूरत है, तो वह मैं हूं.'

ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीकी और सूचना प्रौद्योगिकी के ज्ञान की जरूरत लगातार बढ़ती जा रही है. किसी भी स्तर के पदाधिकारी या कर्मचारी हों या राजनीतिक क्षेत्र के लोग, सबको कम्प्यूटर, लैपटॉप, इंटरनेट की जानकारी होनी चाहिए. आज बिना सूचना प्रौद्योगिकी के सहयोग के हम विकास के लक्ष्य को नहीं पा सकते हैं.

Advertisement

मांझी ने खुशी जताते हुए कहा कि वाई-फाई में हमने अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा विकास किया है और अन्य राज्यों से आगे हो गए हैं.

इस मौके पर सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री शाहिद अली खां ने कहा कि कम्प्यूटर कार्यक्रम से बिहार को नई दिशा मिलेगी. सूचना प्रौद्योगिकी की आवश्यकता कितनी है लोग इसे जान सकेंगे. उन्होंने कहा कि अब साक्षरता की परिभाषा बदली है. अब साक्षर उसे ही कह सकते हैं, जिसे कम्प्यूटर, इंटरनेट का भी ज्ञान हो. उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से दूसरी बार मंत्रियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. 

---इनपुट IANS से

Advertisement
Advertisement