बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर बालिकागृह यौन शोषण कांड की जांच की हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई कराए जाने की मांग की है. वहीं बिहार के डीजीपी केएस द्विवेदी का कहना है कि मामले की सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है क्योंकि बिहार पुलिस की जांच से संतोषजनक और सही दिशा में चल रही है.
सीबीआई जांच की मांग
आजतक से खास बातचीत में तेजस्वी यादव का कहना है कि कई मामलों में सीबीआई जांच कर रही है लेकिन अभी तक उसका कोई रिजल्ट नहीं आया है. चाहे सृजन घोटाले जैसा महत्वपूर्ण मामला ही क्यों न हो. लेकिन सीबीआई से बड़ी देश में कोई जांच एजेंसी नहीं है. ऐसे में इस मामले की जांच कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराई जानी चाहिए.
वहीं बिहार के डीजीपी केएस द्विवेदी ने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले की सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है इस मामले में बिहार पुलिस की जांच से हम संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि मामले में 11 आरोपियों में से 10 की गिरफ्तारी की गई है. एक आरोपी दिलीप वर्मा फरार है, उसकी तलाश की जा रही है. डीजीपी ने बताया कि संस्था में रह रहीं 44 लड़कियों में से 42 की मेडिकल जांच कराई गई थी जिसमें से 29 बच्चियों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है.
सिद्दीकी बोले जनता सरकार पर थूकेगी
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में मंगलवार को मुजफ्फपुर में बालिकागृह में हुए बच्चियों के यौन शोषण के मामले में जमकर हंगामा हुआ. सदन के शुरू होते ही प्रमुख विपक्षी दल आरजेडी ने इस मामले को उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की और कहा कि यह जांच पटना हाईकोर्ट की निगरानी में ताकि दुध का दुध और पानी का पानी हो सके.
आरजेडी के वरिष्ट नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए तैयार है. ऐसे में राज्य सरकार सीबीआई जांच की अनुशंसा क्यों नहीं कर रही है. सिद्दीकी ने कहा कि यह इतनी बड़ी और घिनौनी घटना है कि अगर लडकियों के स्टेटमेंट को सार्वजनिक कर दिया जाये तो जनता सरकार पर थूकेगी.