बिहार में शुक्रवार तक डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 30 को पार गई. बढ़ते मामलों को देखते हुए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में अलग से डेंगू वार्ड बनाया गया है. साथ ही राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने को कहा है. सरकार ने पटना के अतिरिक्त चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम का गठन किया है, जो डेंगू से बचाव के लिए जागरुकता अभियान चला रही हैं.
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बिहार में पिछले एक महीने के दौरान डेंगू के करीब 30 मरीज सामने आए हैं, जिनमें आधे से अधिक पटना के हैं. पिछले दिनों पटना के ट्रांसपोर्ट नगर में अभय कुमार नामक एक व्यक्ति की मौत डेंगू से हो गई.
एसीएमओ डॉ. सरोज सिंह के अनुसार, बुखार से पीड़ित लोगों के खून की जांच के लिए नमूने इकट्ठे किए जा रहे हैं तथा घर-घर जाकर लोगों को डेंगू से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं. पटना के सिविल सर्जन के.के. मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि क्षेत्रों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और फॉगिंग कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि संदिग्ध मरीजों को चिह्न्ति करने का काम जारी है.
इधर, डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए पीएमसीएच में 30 बेड का अलग वार्ड बनाया गया है. जांच के लिए आपातकालीन व्यवस्था की गई है. पीएमसीएच प्रशासन के मुताबिक, मरीजों के खून में एलाइजा टेस्ट के लिए माइक्रोबायोलॉजी में व्यवस्था की गई है.
- इनपुट IANS से