बिहार और देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियां पटना सीरियल ब्लास्ट के पीछे इंडियन मुजाहिदीन का हाथ तो मान रही हैं, लेकिन अब इसके मास्टर माइंड की पहचान कर ली गई है और इसके तार पाकिस्तान से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं.
बिहार औऱ देश की तमाम सुरक्षा ऐजेंसियां पटना सीरियल ब्लास्ट के पीछे इंडियन मुजाहीदीन का हाथ तो मान रही हैं, पर बिहार पुलिस ने इसके मास्टर माइंड के तौर पर मो वकास की पहचान की है जिसके बाद पहली बार पाकिस्तानी लिंक खुलकर सामने आ गया है.
अबतक इस मामले में हुई गिरफ्तारी में आइएम से जुड़े दर्जनभर संदिग्ध लड़के पटना-रांची और मोतिहारी से पकड़े भी गए लेकिन सीधे तौर पर पाकिस्तान का नाम सामने नहीं आया था. पहली बार मो. वकास का नाम आते ही पाकिस्तान का नाम भी इस बलास्ट से जुड़ गया है. मो वकास इंडियन मुजाहिदीन का ही सक्रिय और सबसे खतरनाक आतंकी है औऱ एनआइए की वेबसाइट पर इसकी पहचान पाकिस्तानी के तौर पर है. बिहार पुलिस की एक चिठ्ठी ने इसी मो वकास को इस आंतकी हमले का मास्टरमाइंड़ करार दिया है.
मुजफ्फरपुर एसपी ने राज्य मुख्यालय और जिला पुलिस को एक चिट्ठी और एक तस्वीर जारी की है जिसमें मोहम्मद बकास को पटना के गांधी मैदान रैली में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टरमाइंट बताया है. इस चिट्ठी के जरिए ये चेतावनी दी गई है कि ये शख्स किसी भी भीड़-भाड़ वाले इलाके में फिरे से आतंकी हमले को अंजाम दे सकता है. हालांकि अबतक सिर्फ पाकिस्तानी लिंक की बात मानी जा रही थी लेकिन अब ये बात बिहार पुलिस ने भी मान ली है. पटना पुलिस और एनआइए के पूछताछ में समस्तीपुर का तहसीन अख्तर और हैदर अली का नाम प्रमुखता से सामने आया था लेकिन जिस मुजफ्फरपुर पुलिस की हिरासत से मेहरे आलम गायब हुआ था उसी मुजफ्फरपुर पुलिस ने इसे मास्टरमाइंड माना है.
उधर मंगलौर से गिरफ्तार आएशा बानो को लेकर लखीसराय पुलिस गुरुवार को पटना पहुंच सकती है. एनआइए भी आएशा से पूछताछ करने जा रही है. गौरतलब है कि लखीसराय में बैंकों के जिस जालसाज गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था उसकी निशानदेही पर आएशा और उसके साथ रहने वाले एक शख्स की गिरफ्तारी हुई है. आएशा वो है जिसके इशारे पर बिहार के लखीसराय में पाकिस्तान से करोड़ों रुपये बैंक अकाउंट में आते थे और पुलिस को शक है कि इन पैसों का आतंकियों के फंडिंग के लिए इस्तेमाल भी होता था. हालांकि, पटना ब्लास्ट की फंडिंग में अबतक आएशा बानो के सीधे जुड़ाव के सूबूत नहीं मिले हैं. लेकिन संभावना जताई जा रही है कि एनआइए की पूछताछ के बाद कई और खुलासे हो सकते हैं.