जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद पप्पू यादव ने नोट बंदी के मुद्दे पर लेकर मंगलवार को बिहार के कई जगहों पर ट्रेनों के आवागमन पर रोक लगा दी और विरोध प्रदर्शन किया. मंगलवार की सुबह ही पप्पू यादव अपने पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थकों के साथ पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर पहुंच गए और रेलवे ट्रैक पर बैठकर ट्रेन परिचालन को बाधित कर दिया. इस दौरान सैकड़ों की तादाद में जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता रेलवे ट्रैक पर घंटो बैठे रहे और नोट बंदी के विरोध में नारे लगाते रहे. राजेंद्र नगर टर्मिनल पर हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से पटना से खुलने वाली कई ट्रेन जैसे कि पटना-साहेबगंज इंटरसिटी और पटना-टाटा सुपर फास्ट कई घंटे तक फसे रहे. मौके पर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जवान मौजूद थे लेकिन जिस तरीके से प्रदर्शन चल रहा था उसको देखकर वह भी मूकदर्शक बने रहे.
राजेंद्र नगर टर्मिनल पर अपने समर्थकों के साथ मौजूद पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नोट बंदी को लेकर जमकर निशाना साधा और कहां की नोट बंदी के फैसले की मार सबसे ज्यादा गरीब आदमी पर पड़ी है. सांसद पप्पू यादव ने कहा देश में हालात नोट बंदी के बाद पूरी तरीके से बिगड़ चुके हैं और इसे ठीक करने के लिए कोई क्रांतिकारी कदम उठाना पड़ेगा. पप्पू यादव ने यह भी मांग रखी कि नोट बंद करने से अच्छा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले बेनामी संपत्ति पर कार्यवाही करते हैं.
पप्पू यादव ने कहा कि अपना देश कभी भी कैशलेस नहीं हो सकता है. हमारे देश की अर्थव्यवस्था खेती पर निर्भर है जिस में कैश की जरूरत होती है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चैलेंज करता हूं कि अगर उनके वाकई में काले धन पर लगाम लगानी है तो पहले चुनाव में कालेधन के इस्तेमाल पर रोक लगाए. कालाधन गरीबों के पास नहीं बल्कि पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के पास है.
नोटबंदी को लेकर अपने आगे के कार्यक्रम के बारे में पप्पू ने कहा कि 22 दिसंबर को उनकी पार्टी बिहार में सड़कों पर चक्का जाम करेगी.