बिहार के पटना जिले की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह क्या वैक्सीनेशन जालसाजी का शिकार हो गई हैं या फिर उन्होंने वाकई में कोई गड़बड़ी की है? यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि COWIN पोर्टल पर मौजूद रिकॉर्ड के मुताबिक डॉ. विभा कुमारी सिंह ने जनवरी 2021 से लेकर अब तक पांच बार कोरोना वायरस की वैक्सीन ली है.
COWIN पोर्टल पर मौजूद रिकॉर्ड के मुताबिक उन्होंने वैक्सीन के लिए तीन बार अपने आधार कार्ड का उपयोग किया है और दो बार अपने पैन कार्ड का.
पोर्टल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक 28 जनवरी 2021 को डॉ. विभा ने पहली बार कोविशील्ड वैक्सीन ली थी और फिर इसी रजिस्ट्रेशन पर उन्होंने 12 मार्च 2021 को वैक्सीन की दूसरी डोज ली, जिसके बाद उन्हें पूर्ण रूप से वैक्सीनेटेड होने का प्रमाण पत्र मिला. रिकॉर्ड के मुताबिक डॉ. विभा ने तीसरी बार वैक्सीन 6 फरवरी 2021 को ली और फिर चौथी बार 17 जून 2021 को. 13 जनवरी 2022 को उन्होंने प्रिकॉशन डोज लिया जिसका भी रिकॉर्ड पोर्टल पर मौजूद है. प्रिकॉशन डोज लेने के बाद एक बार फिर से सिविल सर्जन को पूर्ण रूप से वैक्सीनेटेड होने का प्रमाण पत्र मिला.
इस पूरे मामले का खुलासा जब मीडिया में हुआ तो डॉ. विभा कुमारी सिंह ने भी इसको लेकर आश्चर्य जताया और कहा कि उन्होंने केवल 3 बार ही वैक्सीन ली है. पिछले साल 6 फरवरी और 12 मार्च को पहली और दूसरी बार और फिर इसी साल 13 जनवरी को उन्होंने प्रिकॉशन डोज लिया. उन्होंने कहा कि उन्होंने तीनों बार वैक्सीन लेने के लिए अपने आधार कार्ड का इस्तेमाल किया.
उन्होंने कहा कि पिछले साल 28 जनवरी और फिर 17 जून को उनके पैन कार्ड की फोटो कॉपी कर फर्जी तरीके से किसी को वैक्सीन दी गई है जिसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा ''भारत सरकार के नियम के मुताबिक अभी तक मैंने तीन बार वैक्सीन लिया है. बाकी पोर्टल पर जो रिकॉर्ड दिख रहा है वह या तो तकनीकी गड़बड़ी है या फिर किसी ने मेरे पैन कार्ड का इस्तेमाल करके वैक्सीन लिया है जिसकी जांच होगी तो सच्चाई सामने आएगी.''
पूरे मामले की जानकारी पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह को हुई तो उन्होंने सिविल सर्जन से इसकी जांच करके पता लगाने के लिए कहा कि कैसे किसी के पैन कार्ड का इस्तेमाल करके गलत तरीके से वैक्सीन ली गई है?