scorecardresearch
 

पटना हाई कोर्ट की पहली महिला जज का निधन, एक फैसले ने तय कर दी थी मधेपुरा में लालू की हार

पटना हाई कोर्ट की पहली महिला जज जस्टिस इंदुप्रभा सिंह का निधन हो गया है. जस्टिस इंदुप्रभा सिंह ने बिहार में मधेपुरा चुनाव में चुनाव आयोग को रिकाउंटिंग का ऐतिहासिक आदेश दिया था, जिसके बाद लालू प्रसाद यादव चुनाव हार गए थे.

Advertisement
X
जस्टिस इंदुप्रभा सिंह. (File Photo)
जस्टिस इंदुप्रभा सिंह. (File Photo)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चुनाव आयोग को दिया था रिकाउंटिंग का आदेश
  • 10 जुलाई, 1990 को नियुक्त की गईं थीं पटना हाई कोर्ट की जज

देश के सबसे पुराने हाई कोर्ट में से एक पटना हाई कोर्ट की पहली महिला जज नियुक्त होने का गौरव पाकर 17 साल तक जज रहीं जस्टिस इंदुप्रभा सिंह का पटना में निधन हो गया. जस्टिस इंदुप्रभा सिंह एलएलबी करने के बाद साल 1971 में पटना हाई कोर्ट बार की सदस्य बनीं थीं. इसके बाद पांच साल तक हाई कोर्ट में सरकार की पैरवी की, यानी सरकार की स्टैंडिंग काउंसलर रहीं.

Advertisement

साल 1990 में जस्टिस इंदुप्रभा सिंह का चयन जजशिप के लिए हो गया. राष्ट्रपति ने 10 जुलाई 1990 को उनको पटना हाई कोर्ट का जज नियुक्त किया तो इतिहास बन गया. उन्होंने पटना हाई कोर्ट की पहली महिला जज के रूप में शपथ ली. पंचायती राज और अनुचित की परिभाषा तय कर उनकी समाप्ति को लेकर कई ऐतिहासिक और मील के पत्थर माने जाने वाले फैसले दिए.

इसके बाद जस्टिस इंदुप्रभा सिंह 1 सितंबर 2007 को सेवानिवृत्त हो गईं थीं. जस्टिस सिंह को बिहार के मधेपुरा लोकसभा सीट पर चुनाव आयोग को फिर से मतगणना कराने के निर्देश देने वाले फैसले के लिए हमेशा याद किया जाएगा. इस चुनाव में लालू प्रसाद यादव चुनाव हार गए थे.

Advertisement
Advertisement