बिहार सरकार की ओर से कोरोना से हुई मौत पर नए आंकड़े जारी किए जाने पर पटना हाईकोर्ट ने हैरानी जताई है. शुक्रवार को हुई इस सुनवाई पर चीफ जस्टिस संजय करोल ने कहा कि अगर हाईकोर्ट इस मामले में दखल नहीं देता तो पता भी नहीं चल पाता कि कोरोना संक्रमण से बिहार में कितनी मौतें हुई हैं. इस मामले पर शनिवार को भी सुनवाई होनी है.
दरअसल, बिहार सरकार की ओर से कोरोना से हुई मौतों के नए आंकड़े जारी हुए थे. इसमें अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया था कि अब तक मौतों का जो आंकड़ा 5424 बताया गया था, वो गलत है जबकि असली आंकड़ा 9375 (7 जून तक) है.
इस मामले में शुक्रवार को सरकार की ओर से हलफनामा दाखिल किया गया, लेकिन हाईकोर्ट सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं है. इस पूरे मामले को लेकर एक स्पेशल बेंच का गठन किया गया है जो शनिवार को विस्तृत सुनवाई करेगी.
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पटना हाईकोर्ट से फटकार के बाद 18 मई को बिहार सरकार ने सभी जिलों में संक्रमण से मरने वाले लोगों का ऑडिट कराया था जिसके बाद अचानक रातों रात तकरीबन 4 हजार मौत के नए मामले सामने आ गए थे.
शुक्रवार को इस पूरे मामले में बिहार सरकार का पक्ष रखते हुए सीनियर एडवोकेट ललित किशोर ने इस पूरे मामले की सुनवाई के लिए अतिरिक्त समय मांगा था, मगर कोर्ट ने इससे इनकार कर दिया था और कहा कि मामला क्योंकि असाधारण है, इसलिए इसकी सुनवाई जल्द से जल्द होगी.