आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी और बालू माफिया सुभाष यादव के कई ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है. शुक्रवार सुबह ही तकरीबन 10 बजे आयकर विभाग की कई टीमों ने एक साथ सुभाष यादव के कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू की. आयकर विभाग की एक टीम दानापुर के मां मरीचिया कॉम्प्लेक्स में भी छापेमारी की, जहां पर सुभाष यादव के तीन आलीशान फ्लैट्स है.
बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की टीम सुभाष यादव के दिल्ली और धनबाद स्थित ठिकानों पर भी छापेमारी कर रही है. इसके अलावा आयकर विभाग की टीम सुभाष यादव के दीघा स्थित घर पर भी छापेमारी कर रही है, जहां पर वह खुद ही मौजूद है. लालू यादव के करीबी सुभाष यादव की एक अपनी कंपनी भी है, जिसका नाम ब्रॉडसन कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड है. इस कंपनी के जरिए वह अवैध बालू के खनन का धंधा करता है.
बताया जा रहा है कि सुभाष यादव ने इस कॉम्प्लेक्स में पिछले साल ही तीन फ्लैट खरीदे थे, जिसके लिए उसने 1.72 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. इसी कॉम्प्लेक्स में लालू की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के भी लोगों के फ्लैट्स हैं, जिनको प्रवर्तन निदेशालय ने राबड़ी के ऊपर चल रहे भ्रष्टाचार के मामले को लेकर कुछ महीने पहले सील कर दिया था.
मालूम हो कि सुभाष यादव लालू प्रसाद यादव का बेहद करीबी है और आरजेडी का महासचिव भी है. बताया जाता है कि पटना और आसपास के इलाकों में बालू का अवैध खनन इसी के इशारे पर होता है. शुक्रवार को इस अवैध बालू के कारोबार के कनेक्शन में आयकर विभाग ने इसके कई ठिकानों पर छापेमारी की. बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कई मौके पर यह भी आरोप लगाया कि सुभाष यादव आरजेडी के लिए राजनीतिक फंडिंग का भी काम करता है.
पिछले साल सुशील मोदी ने आरोप लगाया था कि मां मरीचिया कॉम्प्लेक्स जिस जमीन पर बना हुआ है, उसको लालू प्रसाद यादव ने रेलमंत्री रहते हुए नौकरी देने के एवज में कुछ लोगों से अपने परिवार के नाम पर लिखवा लिया था. इसके बाद यह जमीन बिल्डर को दे दी गई थी, जिसने यहां 18 फ्लैट्स बनाए, जिसमें से नौ राबड़ी देवी को मिले थे और तीन सुभाष यादव ने पिछले साल खरीदा. मां मरीचिया कॉम्प्लेक्स लालू प्रसाद की मां के नाम पर बना हुआ है.