बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर बुधवार की रात से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. 450 जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल पर जाने से पीएमसीएच में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है और इलाज के अभाव में 7 मरीजों की मौत हो गई है.
जूनियर डॉक्टरों पर पुलिस का लाठीचार्ज
दरअसल दो दिन पहले, सोमवार को पोस्ट ग्रेजुएशन मेडिकल काउंसलिंग के दौरान जूनियर डॉक्टरों की पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई. काउंसलिंग के लिए आए जूनियर डॉक्टरों ने किसी बात पर हंगामा शुरू किया, उसके बाद हंगामे को शांत करने आई पुलिस के साथ हिंसक झड़प हुई. हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने जूनियर डॉक्टरों पर लाठीचार्ज भी किया.
जेल भेजे गए चार जूनियर डॉक्टर
इस घटना में पुलिस ने 4 जूनियर डॉक्टरों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया. पुलिस की बर्बरता और अपने 4 साथियों को जेल भेजे जाने से नाराज जूनियर डॉक्टरों ने मंगलवार देर रात से हड़ताल पर जाने का फैसला किया. जूनियर डॉक्टरों की मांग है कि वह तब तक विरोध करते रहेंगे, जब तक सरकार उनके चार साथियों को जेल से छोड़ नहीं देती है और दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई नहीं करती है.
बुलाई गई 20 डॉक्टरों की टीम
बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराते देख पीएमसीएच प्रशासन ने पास के 3 जिले, नालंदा, भोजपुर और बक्सर के सिविल सर्जन से संपर्क साधा और वहां से 20 डॉक्टरों की टीम को बुलाई ताकि पीएमसीएच में मरीजों का इलाज किया जा सके. सबसे ज्यादा प्रभावित इमरजेंसी और ओपीडी सेवाएं हुई. जूनियर डॉक्टरों ने धमकी दी है कि उनकी मांगें अगर आज नहीं मानी जाती हैं तो वह कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.