बिहार विधानसभा के ऊपरी सदन में जदयू और बीजेपी के बीच गुरुवार को हुई झड़प के बाद दोनों में सुलह हो गई.
सदन के सभापति ने कहासुनी के लिए उकसाने के आरोपों से पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को क्लीनचिट दे दिया है और सदन में विपक्ष के नेता ने इसके लिए खेद व्यक्त किया है. नीतीश कुमार से सदन में वापस लौटने का अनुरोध करते हुए आम सहमति से एक प्रस्ताव भी पारित किया गया. शुक्रवार को जैसे ही सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई सभापति अवधेश नारायण सिंह ने गुरुवार की झड़प पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैंने अपनी आंखों से देखा और टीवी फुटेज भी यह स्पष्ट करता है कि नीतीश कुमार ने किसी को भी झगड़ा करने के लिए नहीं उकसाया. उन्होंने तो झगड़ रहे सदस्यों के बीच सुलह कराने का प्रयास किया.’
नीतीश कुमार पर जदयू विधायक संजय सिंह को उनके खिलाफ ‘अभ्रद’ टिप्पणी करने के लिए ‘भड़काने’ का आरोप लगाने वाले विपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने पूरी घटना पर ‘खेद’ व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘मैं कल की घटना के लिए खेद व्यक्त करता हूं और यदि किसी भाजपा सदस्य ने गलती की हो तो उसके लिए माफी माफी मांगता हूं.’
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘मैं दिल से कुमार का सम्मान करता हूं और मेरा उनसे अनुरोध है कि वह वापस सदन में लौट आएं.’