आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बाद अब उनके बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोला है. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि आने वाले यूपी चुनाव को लेकर पीएम मोदी ने 500 और 1000 के नोटों पर पाबंदी लगाई है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वो काले धन के पक्षधर है, वो भी काले धन के खिलाफ हैं लेकिन नोटबंदी का फैसला राजनीतिक लाभ उठाने के लिए लिया गया फैसला है. उन्होंने कहा कि विगत ढाई साल में पीएम मोदी का राजनीतिक कद काफी गिर गया था, उस गिरे हुए कद को बढ़ाने के लिए पीएम मोदी ने नोटबंदी का फैसला लिया है.
नोटबंदी से पहले जनता के बारे में सोचना चाहिए था
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी पर फैसला लिए जाने के पहले इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए. तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर काला धन को वापस लाने और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए पीएम मोदी ने नोटबंदी का
फैसला लिया तो फिर 2000 का नोट क्यों निकाला गया? उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि क्या नए नोट से भ्रष्टाचार नहीं बढ़ेगा? तेजस्वी ने कहा कि नोटबंदी का फैसला लेने के पहले पीएम मोदी को आम जनता के बारे में सोचना
चाहिए था.
पीएम से पूछा- डिफॉल्टरों के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रहे हैं?
लालू के बेटे ने कहा कि पीएम मोदी ने नोटबंदी का फैसला तो ले लिया लेकिन वैसे लोगों के बारे में पीएम मोदी ने क्या फैसला लिया जो देश कई बैंकों से सफेद धन लेकर विदेश चले गए और बैंक ने उसे डिफॉल्टर घोषित कर दिया
है. उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि इन लोगों के खिलाफ मोदी क्या कार्रवाई कर रही है?
तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएम मोदी ने जिस काला धन लाने का वादा किया था, बाद में अमित शाह ने उसे जुमला करार दे दिया, उस काला धन का क्या हुआ. तेजस्वी यादव ने कहा कि नोटबंदी का फैसला गरीबों के हित में नहीं है और इस फैसले से गरीबों को एक तरह से सजा दी गयी है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने गरीबों के खाते में 15 लाख रुपये तो नहीं दिए लेकिन नोटबंदी कर सजा जरूर दी है. तेजस्वी यादव ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की भी राय है कि काला धन समाप्त होना चाहिए, लेकिन इस फैसले से लाभ होना कहना अभी ठीक नहीं है.