scorecardresearch
 

मजदूरों के लिए पीएम मोदी ने शुरू की रोजगार योजना, 116 जिलों में मिलेगा फायदा

कोरोना लॉकडाउन में घर लौटे श्रमिकों की बेरोजगारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने एक खास अभियान शुरू किया है. इस योजना का नाम गरीब कल्याण रोजगार है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योजना को लॉन्च किया है.

Advertisement
X
पीएम मोदी ने शुरू की गरीब कल्याण रोजगार योजना (फोटो-PTI)
पीएम मोदी ने शुरू की गरीब कल्याण रोजगार योजना (फोटो-PTI)

Advertisement

  • प्रधानमंत्री मोदी ने गरीब कल्याण योजना को लॉन्च किया
  • श्रमिकों के रोजगार के लिए केंद्र सरकार की ये है अहम पहल

कोरोना लॉकडाउन में प्रवासी श्रमिकों को तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ा है. उन्हें बड़े पैमाने पर घर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा है. ऐसे में मजदूरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है. इस हालात से निपटने के लिए केंद्र सरकार एक खास अभियान शुरू किया है. इस योजना का नाम गरीब कल्याण रोजगार है. योजना की लॉन्चिंग आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की.

गरीब कल्याण रोजगार अभियान नाम की इस योजना को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार में लॉन्च किया गया.इस योजना के डिजिटल शुभारंभ में पांच अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और कुछ केंद्रीय मंत्रियों ने हिस्सा लिया.

पीएम मोदी बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस अभियान की शुरुआत की. यह अभियान बिहार के खगड़िया जिले के ग्राम-तेलिहार, ब्लॉक- बेलदौर से लॉन्च किया गया.

Advertisement

LIVE UPDATES:

12.18 PM: पीएम मोदी ने कहा कि स्थानीय उत्पाद हैं जिनसे जुड़े उद्योग समीप में ही लगाए जाने की योजना है. हमारा उद्देश्य गांव, गरीब किसान अपने दम पर खड़ा हो. किसी के सहारे की जरूरत न हो. गरीब कल्याण से श्रमिकों के आत्मसम्मान की रक्षा होगी. यह सेवक आपके मान-सम्मान के लिए काम कर रहा है. पीएम मोदी ने मास्क लगाने की अपील की. बाहर निकले तो मास्क लगाएं और दो गज की दूरी का ध्यान रखें. यह जीवन और आजीविका के लिए जरूरी है. आप स्वस्थ रहें और देश आगे बढ़े.

12.12PM: पीएम मोदी ने श्रमिकों का जिक्र करते हुए कहा कि आप श्रमेव जयते, श्रम की पूजा करने वाले लोग हैं, आपको काम चाहिए, रोजगार चाहिए. इस भावना को सर्वोपरि रखते हुए ही सरकार ने इस योजना को बनाया है, इस योजना को इतने कम समय में लागू किया है.

12.10PM: पीएम मोदी ने कहा कि बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और राजस्थान के 116 जिलों में ये अभियान पूरे जोर-शोर से चलाया जाएगा. कितना ही टैलेंट इन दिनों वापस अपने गांव लौटा है. देश के हर शहर को गति और प्रगति देने वाला श्रम और हुनर जब खगड़िया जैसे ग्रामीण इलाकों में लगेगा, तो इससे बिहार के विकास को भी कितनी गति मिलेगी. गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के तहत आपके गांवों के विकास के लिए, आपको रोजगार देने के लिए 50 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं. इस राशि से गांवों में रोजगार के लिए, विकास के कामों के लिए करीब 25 कार्यक्षेत्रों की पहचान की गई.

Advertisement

12.02PM: पीएम मोदी ने कहा कि मुझे इस कार्यक्रम की प्रेरणा कुछ श्रमिक साथियों से ही मिली. मैंने मीडिया में लॉकडाउन में एक उन्नाव की एक खबर देखी. वहां एक स्कूल को क्वारनटीन सेंटर बनाया था. वहां रहने वाले श्रमिकों की रंगाई पुताई में मास्टरी थी. उन्होंने स्कूल का अपने-अपने हुनर से कायाकल्प कर दिया.

11.58AM: पीएम मोदी ने कहा कि ग्राउंड पर काम करने वाले ग्राम प्रधान जैसे लोगों से शानदार काम किया है. ये लोग प्रशंसा के पात्र हैं. कोई आपकी तारीफ करे या न करें. मैं आपकी तारीफ करता हूं. मैं इस शक्ति को नमन करता हूं. देश के गांवों को नमन. शत शत नमन. मुझे बताया गया है कि परसों से पटना में आधुनिक मशीन कोरोना टेस्टिंग शुरू करने वाली है. मैं बिहार के लोगों को बधाई देता हूं.

11.57AM: 6 लाख से ज्यादा गांवों वाला हमारा देश, जिनमें भारत की दो-तिहाई से ज्यादा आबादी, करीब 80-85 करोड़ लोग जहां रहते हैं, उस ग्रामीण भारत में कोरोना के संक्रमण को आपने बहुत ही प्रभावी तरीके से रोका है. कोरोना का इतना बड़ा संकट, पूरी दुनिया जिसके सामने हिल गई, सहम गई, लेकिन आप डटकर खड़े रहे. भारत के गावों में तो कोरोना का जिस तरह मुकाबला किया है, उसने शहरों को भी बहुत बड़ा सबक दिया है.

Advertisement

11.55AM: पीएम मोदी ने कहा कि भारत लोगों ने कोरोना का डंटकर मुकाबला किया. देश के गांवों ने शहरों को ज्यादा सबक दिया है. गांव के लोगों ने कोरोना को प्रभावी तरीके से रोका है.

11.28 AM: प्रधानमंत्री मोदी ने गरीब कल्याण योजना को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लॉन्च किया है.

11.28 AM: पीएम मोदी ने कहा कि लद्दाख में जिन वीरों ने बलिदान दिया है. ये पराक्रम बिहार रेजीमेंट का है. हर बिहारी को इस पर गर्व है. बिहार के जिन साथियों ने बलिदान दिया है उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं. मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं देश आपके साथ है.

11.27 AM: लद्दाख में हमारे वीरों ने जो बलिदान दिया है, मैं गौरव के साथ इस बात का जिक्र करना चाहूंगा कि ये पराक्रम बिहार रेजीमेंट का है, हर बिहारी को इसका गर्व होता है. जिन सैनिकों ने अपना बलिदान दिया है उन्हें मैं श्रद्धांजलि देता हूं.

11.25 AM: नीतीश कुमार ने कहा कि गरीब कल्याण योजना से काफी लोगों को लाभ मिलेगा. नीतीश कुमार ने जीएसटी में छूट देने की मांग की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण योजना के जरिये लोगों की मदद का प्रयास किया है यह सराहनीय है.

11.22 AM: नीतीश कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान, मैंने बिहार लौटने के बाद विभिन्न जिलों में मजदूरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत की. मुझे लगा कि वे काम के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना चाहते.

Advertisement

11.19 AM: कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन में काफी लोग बिहार लौटे हैं. इस दौरान लोगों को क्वारनटीन रखने का काम किया.

प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार की नई योजना, 116 जिलों में मिलेगा रोजगार

बता दें कि कोरोना महामारी के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए 6 राज्यों के 116 जिलों के गांव सार्वजनिक सेवा केंद्रों और कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से इस कार्यक्रम में जुड़ेंगे. 125 दिनों का यह अभियान मिशन मोड में चलाया जाएगा. 50 हजार करोड़ रुपये के फंड से एक तरफ प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए विभिन्न प्रकार के 25 कार्यों का तीव्र और केंद्रित होकर क्रियान्वयन होगा, तो दूसरी तरफ देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा.

दशकों के लॉकडाउन से बाहर निकलेगा कोल सेक्टर

इस कार्यक्रम के लिए 116 जिलों के 25 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों के साथ इस अभियान में बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा इन 6 राज्यों को चुना गया है, जिसमें इच्छा जताने वाले 27 जिले शामिल हैं. इन जिलों से दो तिहाई प्रवासी श्रमिकों के लाभान्वित होने का अनुमान है.

यह अभियान 12 विभिन्न मंत्रालयों/विभागों- ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, खान, पेयजल और स्वच्छता, पर्यावरण, रेलवे, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, नई और नवीकरणीय ऊर्जा, सीमा सड़क, दूरसंचार और कृषि का एक समन्वित प्रयास होगा.

Advertisement

Advertisement
Advertisement