बिहार के बेगूसराय में बीएससी छात्रा खुशबू हत्याकांड में अहम खुलासा करते हुए पुलिस ने उसके पिता व बहनोई को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार खुशबू की हत्या उसके पिता और बहनोई ने की है. खुशबू की हत्या को पुलिस अंतरजातीय प्रेम के कारण ऑनर किलिंग मान रही है.
पुलिस के इस खुलासे के बाद गिरफ्तार आरोपी को निर्दोष बताते हुए उसके परिजनों ने एसपी ऑफिस में जमकर हंगामा किया. परिजन पुलिस वाहन के आगे लेट गए और कई बार तोड़फोड़ और सिर पटक कर आत्महत्या का प्रयास किया. इसके बाद महिला पुलिसकर्मी हंगामा कर रहीं चार महिलाओं को जबरन एसपी ऑफिस से खींचकर अस्पताल ले गईं.
बेटी की हत्या और हत्या के आरोप में पति व दामाद के गिरफ्तार होने पर खुशबू की मां ने एसपी ऑफिस में खूब हंगामा किया. वह पुलिस पर अपने पति व दामाद को हत्याकांड में फंसाने का आरोप लगा कर रही है. पुलिस वाहन के नीचे लेटकर उसने एसपी से गुहार लगाई कि पुलिस ने ऑनर किलिंग का झूठा आरोप लगाया है.
दरअसल बेगूसराय में चर्चित खुशबू हत्याकांड का खुलासा जैसे ही ऑनर किलिंग के रूप में हुआ, वैसे ही परिवारवालों ने एसपी ऑफिस में जमकर हंगामा किया. 1 अप्रैल को बलिया थाना के सिराजा गांव में महिला कॉलेज के बीएससी की छात्रा खुशबू की लाश रेलवे ट्रैक पर मिली थी. खुशबू के परिवार ने खुशबू के प्रेमी सुबोध यादव पर गैंगरेप के बाद हत्या करने का आरोप लगाया था.
पुलिस जांच के बाद हत्याकांड का खुलासा ऑनर किलिंग के रूप में हुआ. खुशबू का प्रेम सुबोध यादव के साथ चल रहा था. 31 मार्च की रात खुशबू जब अपने प्रेमी से बात कर रही थी, तभी उसके परिवारवालों ने खुशबू की बेहरमी से चाकू से गोंदकर हत्या कर दी. हत्या के बाद लाश को रेलवे ट्रैक पर रख दिया तथा खुशबू के प्रेमी सुबोध पर गैंगरेप के बाद हत्या करने का आरोप लगा केस दर्ज करा दिया.
पुलिस जांच में प्रेमी सुबोध का मोबाइल टॉवर लोकेशन हमेशा कोलकाता ही दिखा, जिसके बाद पुलिस ने डॉग स्कॉवड, फोरेसिंक जांच कराई जिसमें यह मामला सामने आया. पुलिस के अनुसार परिवारवालों ने 31 मार्च को जब खुशबू को सुबोध से बात करते देखा तो अंतरजातीय प्रेम से नाराज होकर उसकी हत्या कर लाश को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था. आरोपी खुशबू के पिता शिक्षक कैलाश चौधरी और उनकी अन्य बेटियां ने इस मामले को झूठा बता रही हैं.