बिहार के सारण जिले के मशरक प्रखंड के एक सरकारी विद्यालय में मिड डे मील खाने से 23 बच्चों की हुई मौत के मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है.
आरोप पत्र में विद्यालय की तत्कालीन प्रिंसिपल मीना देवी और उनके पति अर्जुन राय को मुख्य आरोपी बनाया गया है. छपरा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्कूल में हुए इस हादसे के मामले में जांच अधिकारी राजकौशल द्वारा छपरा व्यवहार न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया. इसमें पति-पत्नी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, जहरीला पदार्थ देने, साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाया गया है.
आरोप पत्र में जांच अधिकारी द्वारा कहा गया है कि अर्जुन ने जहरीली दवा मोनोक्रोटोफॉस गोपालगंज के एक चीनी मिल से घटना के दो दिन पूर्व खरीदी थी, जिसे उसने मिड डे मील की सामग्री रखने के स्थान पर रख दिया था. मृतक बच्चों की विसरा (आंतों में) जांच रिपोर्ट में भी मोनोक्रोटोफॉस पाया गया था.
आरोप पत्र में सभी गवाहों के बयान, घटनास्थल पर मिले सामानों की जांच और लोगों के पूछताछ के आधार पर सभी साक्ष्य उपलब्ध होने का दावा करते हुए कहा गया है कि अभी भी मामले की जांच जारी है.
उल्लेखनीय है कि पिछले 16 जुलाई को धर्मासती गंडामन के एक विद्यालय में मिड डे मील खाने से 23 बच्चों की मौत हो गई थी जबकि 24 का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया गया था. इस मामले में मीना देवी और अर्जुन राय छपरा जेल में बंद हैं.