पटना के डीएवी कॉलेज की 11वीं की छात्रा की गुमशुदगी और फिर 20 दिनों बाद पटना स्टेशन पर रहस्यमयी बरामदगी का मामला उलझता जा रहा है. शनिवार को कोर्ट में छात्रा के बयान और पुलिस की तहकीकात के बाद कहानी में कई पेच आ गए हैं.
दरअसल छात्रा 28 फरवरी को स्कूल से ही लापता हो गई थी, जब वो परीक्षा का एडमिट कार्ड लेने स्कूल गई थी. घटना के बाद पहले तो स्कूल प्रबंधन पर सवाल उठे और पुलिस तहकीकात के बाद स्कूल में की जाने वाली मनमानी और पास-फेल के नाम पर पैसा वसूलने का खुलासा हुआ.
पैसे और मनमानी के इस खेल का भंडा फूटा तो पुलिस ने तीन शिक्षकों को जेल में डाल दिया, लेकिन कहानी अभी तक खत्म नहीं हुई थी. शनिवार को छात्रा ने अदालत में कहा कि स्कूल से परेशान होकर जब उसने घर छोड़ा, तो दो युवक उसे बहलाकर ले गए और उसका शोषण किया .
छात्रा बीस दिनों तक दोनों युवकों के कब्जे में रही और दोनों युवक उसे बंधक बनाए रहे. फिलहाल पुलिस ने छात्रा की मेडिकल जांच और अदालती बयान के बाद उसे घरवालों को सौंप दिया है, लेकिन क्या छात्रा शोषण का शिकार हुई? इस सवाल पर पुलिस ने चुप्पी साध रखी है.
पटना पुलिस के मुताबिक छात्रा के बयान काफी विरोधाभासी हैं, ऐसे में जब तक उसके बयान और सबूत मेल नहीं खाते, तब तक इसपर कुछ भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता. बहरहाल छात्रा का परिवार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है, जबकि पुलिस ने भी मामले का खुलासा नहीं किया है.
हालांकि मामला हाई-प्रोफाइल है और राजधानी के बड़े स्कूल का नाम सामने आने के बाद पुलिस भी पूरे सबूतों के बाद ही मुंह खोलने की बात कर रही है.