यूट्यूबर मनीष कश्यप की आज यानि मंगलवार को पटना के सिविल कोर्ट में पेशी होगी. आर्थिक अपराध इकाई ने मनीष कश्यप के खिलाफ 4 मुकदमे दर्ज किये थे. जिसमें से दो मामलों में आज पेशी होनी है. पहला मामला तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई का फर्जी वीडियो वायरल करने का मामला है. तो दूसरा मामला राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ऊपर अपमानजनक शब्द कहे जाने को लेकर वायरल वीडियो से जुड़ा है.
पटना सिविल कोर्ट के जज मनोरंजन कुमार झा के सामने पेशी होगी. आपको बता दें कि ये मामला सोशल वर्कर निशांत वर्मा के द्वारा ईओयू में 24 मार्च को दर्ज की गई थी.
बीते सोमवार को तमिलनाडु पुलिस मनीष कश्यप को बिहार लेकर पहुंची थी. इसके बाद बेतिया के व्यवहार न्यायालय में भाजपा विधायक से रंगदारी मांगने और बैंक मैनेजर से अभद्रता के मामले में मनीष को कोर्ट में पेश किया गया था. फिर सोमवार की शाम मनीष कश्यप को बेतिया से पटना बेऊर जेल मे लाया गया. जहां रात भर मनीष कश्यप को बेऊर जेल में ही रखा गया.
मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे मनीष कश्यप को पटना के सिविल कोर्ट मे लाया गया. कोर्ट के बाहर मनीष कश्यप के समर्थन मे करीब 100 से ज्यादा समर्थक पहुंचे थे.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट का फर्जी वीडियो शेयर करने को लेकर यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ी थीं. इस मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने मनीष कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज की थी. जब इस केस में छापेमारी शुरू हुई तो कई दिनों तक गिरफ्तारी के डर से मनीष कश्यप बिहार छोड़कर फरार हो गया था. उसकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी हुई थी.
बेतिया पुलिस ने 18 मार्च को दूसरे केस में मनीष के घर की कुर्की जब्ती शुरू की तो उसने स्थानीय थाने में सरेंडर किया. उसी दिन पटना से गई EOU की टीम ने उसे अपने केस में कब्जे में लिया था. रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की और उसे जेल भेज दिया था.
30 मार्च को ले गई थी तमिलनाडु पुलिस
मनीष कश्यप के सरेंडर करने के तुरंत बाद तमिलनाडु पुलिस की टीम पटना पहुंची थी. 30 मार्च को ट्रांजिट रिमांड पर तमिलनाडु पुलिस अपने साथ ले गई थी. तमिलनाडु पुलिस ने मनीष कश्यप को मदुरई कोर्ट में पेश किया था. तभी से मनीष वहां की जेल में बंद है. वहां जाने के बाद ही उसके ऊपर NSA लगाया गया.