scorecardresearch
 

महागंठबंधन के बीच सियासी अखाड़ा बनी इफ्तार पार्टी, लालू को नीतीश का इनकार

बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन करके एकजुट होने वाले जनता परिवार के बीच दरारें आने लगी हैं. इशारों-इशारों में साफ होने लगा है कि लालू प्रसाद और कांग्रेस के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है. आलम यह है कि इफ्तार पार्टी भी महागंठबंधन के बीच सियासत का नया अखाड़ा बनता जा रहा है.

Advertisement
X
नीतीश कुमार और लालू यादव (फाइल फोटो)
नीतीश कुमार और लालू यादव (फाइल फोटो)

बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन करके एकजुट होने वाले जनता परिवार के बीच दरारें आने लगी हैं. इशारों-इशारों में साफ होने लगा है कि लालू प्रसाद और कांग्रेस के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है.  हालांकि शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में नीतीश कुमार की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में लालू यादव ने मौजूदगी दर्ज कराई.

Advertisement

पहले लालू ने सोनिया गांधी की इफ्तार पार्टी में शामिल नहीं होने का ऐलान किया था और बाद में 13 जुलाई ही अपने घर में इफ्तार पार्टी का आयोजन रख दिया. जबकि पहले लालू ने राजभवन मार्च का हवाला देते हुए इफ्तार में शामिल न हो पाने की वजह बताई थी.

हालांकि, शनिवार को लालू यादव ने नीतीश की इफ्तार पार्टी में पहुंचकर सबको चौंका दिया. लालू ने मुख्यमंत्री आवास में आयोजित इफ्तार दावत में न सिर्फ मौजूदगी दर्ज कराई बल्कि नीतीश कुमार से गर्मजोशी से मिले.

सोनिया की पार्टी में जाएंगे नीतीश
वहीं, दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू को दरकिनार कर सोनिया की इफ्तार पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है. सोनिया ने दिल्ली में इफ्तार पार्टी रखी है और अब ये पार्टी महागंठबंधन के बीच सियासत का नया अखाड़ा चुकी है.

Advertisement

हालांकि इस मुद्दे पर सियासत से बचने के लिए लालू ने पहले उसी दिन अपना राजभवन मार्च रखा और फिर शाम को अपनी इफ्तार पार्टी. बहरहाल, इतना तो साफ हो गया कि नीतीश और कंग्रेस की नजदीकी रंग ला रही है और लालू यादव कांग्रेस से दूर होते जा रहे हैं.

Advertisement
Advertisement