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PSE: बिहार में राफेल और पेट्रोल-डीजल के मुद्दे को कितना भुना सके राहुल गांधी?

बिहार में हुए पीएसई के सर्वे में 89 फीसदी लोगों ने माना कि मोदी सरकार को तेलों के दाम जल्द घटाने चाहिए. जबकि राफेल के सवाल पर 76 प्रतिशत लोग ऐसे थे, जिन्हें इस मुद्दे के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर (पीटीआई)
प्रतीकात्मक तस्वीर (पीटीआई)

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'आज तक' के राजनीतिक सर्वे पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (पीएसई) में शुक्रवार को बिहार, झारखंड जैसे राज्यों से आगामी चुनावों को लेकर उनकी राय जानी गई. इससे यह सामने आया है कि जनता किसे देखना पसंद करती है और यह भी सामने आया कि जनता के बीच बड़े मुद्दे क्या हैं. इस दौरान राफेल डील और पेट्रोल डीजल की कीमतों पर भी जनता की राय सामने आई.

बिहार में कुल 40 संसदीय सीटों पर 15,375 लोगों के बीच पीएसई का सर्वे किया गया. यह सर्वे 22 सितंबर से 26 सितंबर के बीच संपन्न हुआ. प्रधानमंत्री पद की जहां तक बात है, तो बिहार की 58 फीसदी जनता पीएम मोदी को पसंद करती है, जबकि 32 फीसदी लोगों की पसंद राहुल गांधी हैं.

सर्वे में यह भी पता चला कि पीएम मोदी के काम से 48 फीसदी लोग संतुष्ट हैं, जबकि 20 परसेंट लोगों ने उनके काम को ठीकठाक बताया है. 28 फीसदी लोग ऐसे भी हैं जिन्हें पीएम मोदी का काम पसंद नहीं है.

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अब बात पेट्रोल-डीजल की कीमतों की. सर्वे में यह बात निकल कर सामने आई कि बिहार के 89 फीसदी लोगों की मांग है कि केंद्र सरकार जितना जल्द हो सके, तेलों के दाम घटाए. 6 प्रतिशत ऐसे भी लोग मिले, जिन्हें पेट्रोल-डीजल की कीमतों से फर्क नहीं पड़ता और ऐसे लोग दाम घटाने के हिमायती नहीं हैं.   

पीएसई में राफेल डील पर भी लोगों की राय जानी गई. आपको बता दें कि कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ राफेल डील को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाया है. कांग्रेस इसे भावी आम चुनावों में भुनाने की पूरी कोशिश में लगी है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद इस मुद्दे को अपनी कमान में लिए हुए हैं लेकिन बिहार में यह बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है.

पीएसई के सर्वे में यह बात सामने आई कि बिहार के मात्र 24 फीसदी लोग ही राफेल डील के बारे में जानते हैं. 74 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्हें राफेल के बारे में कोई जानकारी नहीं. सर्वे में यह सवाल भी पूछा गया कि क्या मोदी सरकार को राफेल विमानों की कीमतें सार्वजनिक करनी चाहिए? इसपर 38 प्रतिशत लोगों ने हामी भरी, जबकि 62 प्रतिशत लोगों का मत है कि सरकार को कीमतें बताने की कोई जरूरत नहीं.

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बिहार में राफेल का मुद्दा कांग्रेस के लिए मुफीद नजर नहीं आ रहा क्योंकि जिस मसले पर कांग्रेस अध्यक्ष सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उस मसले से बिहार की अधिकांश जनता लगभग अनजान है.

राफेल मुद्दे के बारे में बिहार के लोग नहीं जानते, इस सवाल पर कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने पीएसई में कहा कि अभी लोग भले न जानते हों लेकिन जिस दिन केंद्र सरकार के इस भ्रष्टाचार की जानकारी होगी, उस दिन 74 फीसद अनजान लोग कांग्रेस के साथ जुड़ जाएंगे.

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