जनसंख्या नियंत्रण (Population Control) के मुद्दे को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है. बिहार (Bihar) में भी इसको लेकर जबरदस्त हंगामा हो रहा है. बिहार में बीजेपी विधायक संजीव चौरसिया ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को ही घेर लिया तो वहीं कांग्रेस (Congress) का कहना है कि NDA में नीतीश के मॉडल का विरोध हो रहा है. कांग्रेस ने ये भी कहा कि जिस तरह NDA में गतिरोध सामने आ रहा है, उससे लग रहा है कि ये सरकार शायद ही 5 साल का कार्यकाल पूरा हो सके.
बीजेपी विधायक ने क्या कहा?
पटना के दीघा से विधायक संजीव चौरसिया ने कहा कि जिस तरह से यूपी सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाने की पहल की है, वो स्वागत योग्य है और बाकी राज्यों को भी इस तरह की नियमावली का पालन करने की जरूरत है.
संजीव चौरसिया ने नीतीश के दावों को धता बताते हुए कहा कि शिक्षा और जागरूकता तो पहले से हो रही है लेकिन उसका कुछ परिणाम निकल कर नहीं आ रहा है. जब लोगों पर बंदिश लगेगी तो उसका लाभ मिलेगा और जनसंख्या पर नियंत्रण लगेगा.
उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस हर मुद्दे पर मुंगेरी लाल के सपने देखती है, उनके कार्यकाल में एक वर्ग पर ज्यादा दबाव बनाया, दूसरे वर्ग पर जितनी आवश्यकता थी, उतना नहीं किया गया. बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर सहमति के आधार पर आगे बढ़ा जाएगा.
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कांग्रेस बोली- बिहार में राजनीतिक अस्थिरता का दौर
कांग्रेस MLC प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस का मत है कि जनसंख्या नियंत्रण जबरदस्ती नहीं किया जा सकता. 1975 में आपातकाल के समय नसबंदी कार्यक्रम चलाया गया था लेकिन जो उद्देश्य था, वो पूरा नहीं हो सका. जोर जबरदस्ती की खबरें आईं और कांग्रेस को इसका नुकसान उठाना पड़ा. कांग्रेस का मानना है कि ऐसे मामलों में समाज में जागरूकता होना आवश्यक है और यही मॉडल अब नीतीश कुमार कह रहे हैं, जो कांग्रेस की लाइन है.
उन्होंने कहा, इस मुद्दे को लेकर NDA के अंदर अंतर्विरोध आ गया है. ये पहला मौका है जब मुख्यमंत्री के बयान के विपरीत BJP कोटे के मंत्रियों ने खुलेआम बयान दिया है कि कानून बनना चाहिए. JDU के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) तक ने कानून बनाने का पक्ष लिया है. आखिर JDU का नेता क्यों बोल रहा है, उन्हें उपेन्द्र कुशवाहा से पूछना चाहिए.
मिश्रा ने आगे कहा, मुख्यमंत्री को चीजें स्पष्ट करनी चाहिए कि कहीं बाद में वो पलट तो नहीं जाएंगे, जैसा उन्होंने CAA, NRC और धारा 370 पर किया. नीतीश कुमार की राजनीतिक विश्वसनीयता घट चुकी है. जो स्थिति है वो साफ बता रही है कि NDA में सब कुछ सही नहीं है और शायद ही ये सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर सके.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीतीश कुमार के मॉडल का समर्थन नहीं कर रही बल्कि नीतीश कुमार कांग्रेस के मॉडल का समर्थन कर रहे हैं. नीतीश कुमार वो लाइन नहीं ले रहे हैं जो NDA के नेता नहीं चाहते.
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JDU ने कहा, कांग्रेस का मॉडल कबाड़ा है
वहीं, इस पूरे मसले पर JDU प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि BJP और JDU दो अलग-अलग पार्टियां हैं और कई मुद्दों पर अलग-अलग विचारधारा भी है. लेकिन जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बिहार एक रोल मॉडल है, पूरे देश में जागरूकता का ये मॉडल लागू किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि बिहार में कानून बनेगा या नहीं, ये भविष्य के गर्भ में है. अभिषेक झा ने कांग्रेस का मॉडल कॉपी करने के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि कांग्रेस का मॉडल कबाड़ा हो चुका है. ये राजनीति का मुद्दा नहीं है, लेकिन कांग्रेस कभी बाज नहीं आई है.