
बिहार में पोस्टर वॉर कोई नई बात नहीं है. राजनीतिक दल एक-दूसरे पर पोस्टरों के जरिए हमला करते रहते हैं. लेकिन अब बिहार के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार के भीतर ही पोस्टर वॉर छिड़ता हुआ दिख रहा है. लालू परिवार में दो भाइयों के बीच यह पोस्टर वॉर किसी शीत युद्ध से कम नहीं है.
दरअसल, रविवार को तेज प्रताप के छात्र संगठन की एकदिवसीय बैठक है. जिसके लिए छात्र आरजेडी की तरफ से पटना की सड़कों पर पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टरों में लालू यादव, राबड़ी देवी और तेज प्रताप के अलावा छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव की तस्वीर लगी हुई है. लेकिन पोस्टर में तेजस्वी यादव कहीं भी दिखाई नहीं पड़ रहे.
ये पोस्टर्स सिर्फ सड़कों पर ही नहीं, बल्कि पटना में पार्टी दफ्तर पर भी लगाए गए हैं. पोस्टरों से तेजस्वी यादव के गायब होने पर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं, क्योंकि यह संभवतः पहला मौका है जब पार्टी दफ्तर में लगे किसी पोस्टर में तेजस्वी यादव को जगह नहीं मिली हो.
बीती 5 जुलाई को पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर लगाये गए पोस्टरों से तेज प्रताप यादव की तस्वीर गायब थी. तेज प्रताप ने उस दिन मंच से पार्टी के कई नेताओं से नाराजगी भी जाहिर की थी. सूत्रों के मुताबिक तेज प्रताप पोस्टर में जगह न मिलने से खासे नाराज थे. अब छात्र आरजेडी के पोस्टरों से तेजस्वी यादव की तस्वीर गायब होने से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं ऐसा करके तेज प्रताप यादव ने बदला तो नहीं ले लिया.