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प्रशांत किशोर का RJD पर बड़ा हमला, बोले- राजद से परेशान होकर लोग BJP को वोट दे रहे

प्रशांत किशोर ने कहा कि जो लोग इन दोनों से बच जाते हैं वो कहते हैं कि कितनी भी बुरी स्थिति क्यों न हो, लेकिन अपराध वाला जंगलराज नहीं चाहिए. क्योंकि लालू के जंगलराज में 4 बजे शाम के बाद कोई लूटपाट न कर ले इस डर से लोग घर के अंदर चले जाते थे. प्रशांत किशोर ने कहा कि घर में घुसकर अपराधी गोली मार कर, अपहरण कर चले जाते थे.

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प्रशांत किशोर-फाइल फोटो
प्रशांत किशोर-फाइल फोटो

प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा के 181वें दिन की शुरुआत सारण के अमनौर प्रखंड से हुई. पदयात्रा के दौरान सारण में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि राजद के घर में घुसकर लूटपाट और हत्या वाले जंगलराज से परेशान होकर लोग मजबूरी में BJP को वोट कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग वोट के दिन मुख्य रूप से चार मुद्दे पर ही वोट करते हैं.

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पहला जाति के नाम पर. जो इससे बच जाता है, वो हिन्दू- मुस्लिम, भारत-पाकिस्तान के नाम पर वोट करता है. वो कहते हैं कि सब हिंदू एक हो जाओ, मुसलमानों को और पाकिस्तान को सबक सिखाना है. जबकि घर में पढ़ लिखा लड़का बेरोजगार बैठा है, उसको भूल गए हैं. लेकिन वोट के दिन केवल पाकिस्तान याद रहता है और हिंदू बनकर वोट करते हैं. 

30 वर्षों से 1200 परिवारों के लोग ही सांसद और विधायक
प्रशांत किशोर ने कहा कि जो लोग इन दोनों से बच जाते हैं वो कहते हैं कि कितनी भी बुरी स्थिति क्यों न हो, लेकिन अपराध वाला जंगलराज नहीं चाहिए. क्योंकि लालू के जंगलराज में 4 बजे शाम के बाद कोई लूटपाट न कर ले इस डर से लोग घर के अंदर चले जाते थे. प्रशांत किशोर ने कहा कि घर में घुसकर अपराधी गोली मार कर, अपहरण कर चले जाते थे. जंगलराज के डर से लोग लालू यादव के RJD को वोट न देकर मजबूरी में BJP को वोट दे रहे हैं. बिहार में पिछले 30 सालों के दौरान 1200 परिवारों के लोग ही सांसद और विधायक रहे हैं, बिहार पर परिवारों का शासन चल रहा है.

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जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण के अमनौर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में दल कैसे बनता है, ये तो आपको पता है. जो दल बनाता है वो उस दल का नेता हो जाता है और उसके बाद उसका बेटा उस दल का नेता बन जाता है. अगर विकल्प बनाना है तो जनता को मिलकर बनाना होगा.

पदयात्रा के दौरान जो सही लोग मिलेंगे, जिन्हें लगेगा कि बिहार के सुधार के लिए कुछ किया जा सकता है, वैसे सभी लोग पदयात्रा के बाद एक साथ बैठेंगे और सब मिलकर तय करेंगे कि दल बनाना है या नहीं. यदि दल बनता है तो वो दल प्रशांत किशोर का नहीं होगा, वो दल होगा उन सभी लोगों का जो इस प्रक्रिया में शामिल होंगे.
 

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