प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा बिहार के दरभंगा पहुंची. यहां यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया. लोगों ने उनको फूल-मालाओं से लाद दिया. इस दौरान दरभंगा के केवटी में उन्होंने लालू यादव और नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने दोनों नेताओं की राजनीतिक क्षमता पर सवाल खड़े किए.
प्रशांत किशोर ने कहा, लालू यादव की पार्टी के आज के समय में लोकसभा में जीरो सांसद हैं और वो तय करेंगे कि देश का प्रधनमंत्री कौन बनेगा. जदयू के 42 विधायक हैं. मुख्यमंत्री बनने के लिए नीतीश कुमार को कभी लालटेन पकड़नी पड़ती है तो कभी कमल के फूल पर बैठना पड़ता है और वो देश के प्रधानमंत्री बनेंगे.
'कोई नीतीश को अपना नेता क्यों बना लेगा'
उन्होंने कहा कि ये दोनों (लालू यादव और नीतीश कुमार) कौन होते हैं. देश में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है. पीएम पद के लिए उनका कोई उम्मीदवार होना चाहिए. फिर टीएमसी और डीएमके भी है. इन सारे दलों को हटा कोई नीतीश कुमार को अपना नेता क्यों बना लेगा.
'बिहार को पिछड़ा-गरीब राज्य बनाकर रखा'
कहा कि राजनीतिक क्षमता है नहीं, प्रशासनिक क्षमता में भी देश का सबसे बड़ा गरीब राज्य बिहार है. पिछले 32 साल में नीतीश और लालू ने बिहार को पिछड़ा व गरीब राज्य बनाकर रखा है. ये सब देखकर क्या दूसरे राज्य के लोग भी कहेंगे कि आइये और हमारे राज्य को गरीब पिछड़ा बना दीजिए.
'अगर ऐसा हुआ तो माफी मांगने को तैयार'
उन्होंने आगे कहा, मैं कोई राजनीतिक भविष्यवाणी नहीं करता. मगर, जीवन में एक बार कहा कि बंगाल में बीजेपी सौ सीट नहीं जीत सकती, जबकि पूरा देश कह रहा था कि बीजेपी जीत रही है. बिहार के बारे में हम यह कहते हैं कि जदयू को लोकसभा चुनाव में पांच सीटें नहीं मिलेंगी. अगर ऐसा हुआ तो बिहार की जनता के सामने आकर माफी मांगने को तैयार हूं.