जम्मू कश्मीर में पाकिस्तानी सेना के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सीमा सुरक्षा बल के हेड कॉन्स्टेबल जितेंद्र कुमार सिंह के पार्थिव शरीर का शनिवार दोपहर उनके पैतृक गांव सिसवा में अंतिम संस्कार किया गया. पिता के बलिदान के बाद जितेंद्र कुमार सिंह की दो बेटियां और एक पुत्र ने एक स्वर में कहा कि अब उनके पिता नहीं रहे तो ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही उनके पापा हैं.
'आज तक' से खास बातचीत में शहीद जितेंद्र कुमार सिंह की बड़ी बेटी अर्चना सिंह ने कहा, 'हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारी मदद करें ताकि हम भी सीमा सुरक्षा बल में नौकरी करे और पाकिस्तान से अपने पिता की मौत का बदला ले सके.'
शहीद जितेंद्र कुमार सिंह की बेटी अर्चना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई प्रधानमंत्री खुद उनके परिवार की सुध लें क्योंकि उनका परिवार काफी गरीब है. अर्चना ने कहा कि उनके पिता की मौत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ही उनके पापा हैं और उन्हें अपनी बेटियों की देखभाल करनी चाहिए. अर्चना सिंह ने कहा, 'हमारा परिवार काफी करीब है. हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमें आर्थिक मदद प्रदान करें ताकि हम एक अच्छी जिंदगी जी सके. हमें प्रधानमंत्री से बहुत उम्मीदें हैं.'
वहीं शहीद जितेंद्र कुमार सिंह के 9 वर्षीय बेटे रोहित कुमार ने कहा कि पिता जब भी छुट्टियों में आते थे तो उससे कहा करते थे कि कभी जिंदगी में डरना नहीं क्योंकि डर के आगे ही जीत है. रोहित कुमार ने बताया कि उनके पिता चाहते थे कि उनका बेटा भी सीमा सुरक्षा बल में नौकरी करे और देश की सेवा करे.
रोहित ने कहा कि पापा जब भी आते थे कहते थे इस कभी किसी से डरना नहीं चाहिए. मैं चाहता हूं कि मैं भी सीमा सुरक्षा बल में नौकरी करूं और पाकिस्तान से बदला लूं. शहीद जितेंद्र कुमार की बड़ी बेटी अर्चना दसवीं में पढ़ती है, छोटी बेटी प्रीति सातवीं में और बेटा चौथी कक्षा में पढ़ाई करता है.