सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी बिहार में फिल्म पद्मावत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. शनिवार को सीतामढी में पद्मावत फिल्म के प्रदर्शन के विरोध में करणी सेना व हिन्दू संगठन से जुड़े युवकों ने शहर के किरण चौक से परंपरागत हथियार (तलवार) से लैस युवकों ने जुलूस निकाला.
ये जुलूस शहर के मुख्य मार्ग से गुजरते हुए सिनेमा रोड पहुंची. जुलुस में शामिल करणी सेना और हिन्दू संगठन से जुड़े युवकों ने पद्मावत फिल्म के डायरेक्टर के विरोध में प्रदर्शन और नारेबाजी करते हुए बसुश्री सिनेमा हॉल रोड पहुंचे.
यहां प्रदर्शनकारियों ने तलवार लहराकर प्रदर्शन किया और बसुश्री सिनेमा हॉल के बाहर हंगामा किया. इसके बाद सिनेमा चौक पर संजय लीला भंसाली का पुतला दहन किया. इसके बाद शहर के सभी सिनेमा हॉल के बाहर प्रदर्शन किया और डायरेक्टर के खिलाफ असंसदीय भाषा का भी प्रयोग किया.
इतना ही नहीं, जुलूस में शामिल प्रदर्शनकारी युवकों ने हाथों में तलवार लिए हंगामा करते शहर स्थित आर-डी पैलेस के समीप नारेबाजी करते हुए सिनेमा हॉल पर पत्थरबाजी भी की, वहीं जिला पुलिस के कई जवान मूक दर्शक बने उपद्रवियों की तस्वीर लेते दिखे.
सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म के प्रदर्शन पर किसी प्रकार के रोक से इंकार करते हुए हर जगह इसके प्रदर्शन का आदेश जारी किया है लेकिन बिहार में सबसे पहले मुजफ्फरपुर में करणी सेना ने ठीक उसी दिन इस फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया जिस दिन सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था.
मुजफ्फरपुर मे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद करणी सेना के लगभग पचास सदस्य सिनेमा हॉल परिसर मे तलवार और डंडे के साथ घुस गए. खुले जीप और दर्जनों मोटरसाइकिल पर सवार सभी युवक हाथों मे तलवार और डंडे लिए हुए थे. सिनेमा हॉल परिसर मे घुसते ही उन लोगों ने पद्मावत फिल्म के पोस्टर को हॉल के अंदर से निकाल लिया और बाहर लाकर नारे लगाते हुए पोस्टर को फाड़ दिया.