बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दलितों का आह्वान करते हुए कहा है कि वे शराब पीना छोड़कर राजनीति में और ज्यादा सक्रिय हों. मांझी ने कहा कि अगर यह समुदाय शराब पीना छोड़ देगा, तो अपनी मर्जी से अपना मुख्यमंत्री चुन सकेगा.
जीतन राम मांझी ने कहा कि इस बार वे कई तरह के सियासी हालत की वजह से सीएम बन सके. उन्होंने कहा कि दलित बिहार की आबादी में 17 फीसदी हैं. ऐसे में अगर दलित सियासत में ज्यादा जागरूक हो जाएं, तो वे दलित सीएम चुनने की स्थिति में होंगे.
जीतन राम मांझी का यह बयान ऐसे समय आया है, जब उनकी पार्टी जेडीयू और महागठबंधन के साझीदार आरजेडी के बीच भी सीएम के कामकाज की आलोचना हो रही है. साथ ही मांझी यह बात अच्छी तरह समझ रहे हैं कि उनके लिए सीएम की कुर्सी तैयार करने वाले नीतीश कुमार भी उनकी कार्यशैली और 'दलिए एजेंडे' से खुश नहीं है.
दशहरा पर पटना में भगदड़ के दौरान 33 लोगों की मौत पर भी सरकार के लचर रवैए की हर ओर खूब आलोचना हुई थी.
जीतन राम मांझी गया के पास खीजरसराय में लोगों को संबोधित कर रहे थे. सीएम दिवाली के मौके पर अपने गांव महकार गए हुए थे.