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राबड़ी देवी पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद BJP और RJD का हंगामा, सरकार ने मांगी माफी

राबड़ी देवी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी से सोमवार को हंगामा मच गया. अभद्र भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगा है जेडीयू प्रवक्‍ता संजय सिंह पर.

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राबड़ी देवी (फाइल फोटो)
राबड़ी देवी (फाइल फोटो)

राबड़ी देवी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी से सोमवार को हंगामा मच गया. अभद्र भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगा है जेडीयू प्रवक्‍ता संजय सिंह पर.

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राबड़ी देवी ने सदन में आते ही यह मुद्दा उठाया कि उन्हें विधानसभा के गेट पर बेवजह रोका गया और गलत तरीके से उनकी गाड़ी की तलाशी ली गई. राबड़ी देवी ने विधान परिषद में जैसे ही यह मुद्दा उठाया, जेडीयू के सदस्य और पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी. इसके बाद पूरे विधान परिषद में हंगामा मच गया.

बिहार विधानसभा में अजीब नजारा सामने आया. राबड़ी देवी के मुद्दे पर आरजेडी और बीजेपी एक साथ वेल में आ गए और हंगामा करने लगे. दरअसल, राबड़ी देवी ने सदन के भीतर आते ही यह आरोप लगाया कि जब वे आ रही थीं, तब विधानसभा के गेट पर सुरक्षाकर्मियों ने उनके साथ बुरा बर्ताव किया और बेवजह रोककर उनकी गाड़ी की तलाशी ली.

राबड़ी के इतना कहते ही आरजेडी के तमाम सदस्य वेल में आ गए. लेकिन जेडीयू के सदस्य और प्रवक्ता संजय सिंह ने राबड़ी देवी पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी. फिर तो इतना हंगामा मचा कि सदन ही रोकना पड़ा. बीजेपी भी यहां राबड़ी देवी के समर्थन में आ गई. दोनों ने मिलकर सदन को ही चलने से रोक दिया.

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राबड़ी देवी ने कहा, 'मैं पूर्व मुख्यमंत्री हूं. मैं अगर सदन आ रही हूं, तो मुझे रोका नहीं जाना चाहिए. अगर तलाशी लेनी है, तो मेरी गाड़ी खडी़ रहती है, वहां तलाशी ले ली जाए. नीतीश के एक प्रवक्ता ने जो टिप्पणी की, वो गलत है.'

विधानसभा में नेता विपक्ष सुशील मोदी ने कहा, 'राबड़ी देवी पूर्व मुख्यमंत्री हैं. उनकी गरिमा का खयाल रखा जाना चाहिए था. लेकिन सत्ताधारी पार्टी के एक सदस्य ने जो आपत्तिजनक टिप्पणी की है, वह गलत है.'

राबड़ी के आरोपों को जेडीयू के विधायक झूठ बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की है, अगर कुछ कहा है, तो सदन के रिकॉर्ड निकालकर देख लिया जाए. हालांकि बाद में उनकी पार्टी को सदन में माफी मांगनी पड़ी.

यह पहला मौका है, जब बीजेपी और आरजेडी किसी मुद्दे पर एक साथ वेल में आ गए. हालांकि जेडीयू ने माफी मांग ली. लेकिन उनकी पार्टी के लोग इसी मुद्दे के आधार पर अब बीजेपी और आरजेडी को एक ही पाले में रखने और दोस्त बताने से नहीं चूक रहे.

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