बिहार के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में अनबन की खबरें जगजाहिर हैं. लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव में भी अनबन की खबरें आए दिन सुनने को मिलती हैं. बिहार की पूर्व मुख्मंत्री राबड़ी परिवार में कलह की खबरों का खंडन करती हैं. उन्होंने शुक्रवार को दावा किया कि राष्ट्रीय जनता दल और परिवार में सब कुछ ठीक चल रहा है. तेजस्वी प्रसाद और तेज प्रताप में किसी प्रकार के विवाद से इंकार करते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि राजद और उनका घर टूटने वाला नहीं है. हालांकि उन्होंने शुक्रवार को बेटे तेज प्रताप यादव से भावनात्मक अपील करते हुए कहा, 'बहुत हुआ बेटा अब लौट आओ.'
तेज प्रताप यादव रांची अस्पताल में भर्ती अपने पिता लालू यादव से पिछले साल मिलने के बाद घर नहीं लौटे. वे परिवार से अलग रह रहे हैं. शादी के छह महीने बाद ही पत्नी ऐश्वर्या से तेज प्रताप यदाव ने तलाक ले लिया था. मई 2018 में उनकी शादी हुई थी.
राबड़ी ने दोनों पुत्रों तेजस्वी और तेज प्रताप में किसी तरह के विवाद से इंकार करते हुए कहा कि दोनों भाइयों में बातचीत होती है. दोनों एक-दूसरे की बात मानते हैं. राबड़ी ने दावा किया, 'जल्द ही तेज प्रताप घर वापस आ जाएगा. वर्तमान में वह सरकारी आवास में रहते हैं. तेज प्रताप को विरोधी लोग भड़का रहे हैं.'
वहीं लालू प्रसाद के जेल में रहने के विषय में चर्चा करते हुए राबड़ी ने कहा कि बिहार के लोगों को उनकी कमी खलती है.
बिहार विधान परिषद में विपक्ष की नेता राबड़ी देवी ने एक क्षेत्रीय न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि प्रशांत किशोर राजद अध्यक्ष से नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कराना चाहते थे. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने दावा किया था कि जनता दल (युनाइटेड) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर राजद में अपनी पार्टी के विलय सहित विभिन्न प्रस्तावों को लेकर उनके पति और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद से कई बार मिल चुके हैं. उन्होंने कहा कि अगर प्रशांत किशोर अब इंकार कर रहे हैं, तो वह झूठ बोल रहे हैंय
राबड़ी ने कहा, 'हमारे सभी सुरक्षाकर्मी और कर्मचारी गवाह हैं. प्रशांत किशोर पांच बार 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पर पहुंचे थे. इसके अलावा तेजस्वी के पूर्व सरकारी आवास पर भी आए थे.'
लालू ने अपनी आत्मकथा 'गोपालगंज टू रायसीना माइ पॉलिटिकल जर्नी' में भी दावा किया है कि नीतीश ने महागठबंधन में वापसी के लिए कई बार अपने विश्वासपात्र प्रशांत किशोर को उनके पास दूत बनाकर भेजा था। प्रशांत किशोर ने हालांकि ऐसी किसी मुलाकात से इंकार किया है.
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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