लोक जनशक्ति पार्टी सुप्रीमों और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने एक-दूसरे के घोर विरोधी रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘मजबूरी वाले साथ’ पर चुटकी ली है. पासवान ने शनिवार को कहा कि इससे लालू और नीतीश को कोई फायदा नहीं मिलेगा क्योंकि जनता ने उन्हें नकार दिया है.
एलजेपी के नवनिर्वाचित सांसदों के लिए आयोजित एक समारोह में रामविलास ने कहा कि लोकसभा चुनाव तक नीतीश और लालू एक दूसरे की आलोचना करते रहे थे. उन्हें अवसरवादी बता रहे थे. अब वे ही बताएं कि अवसरवादी कौन है.
उन्होंने कहा, 'हमलोग बिहार सरकार की खामियों को उजागर करते रहे और अंत में लोकसभा चुनाव के बाद उनका पर्दाफाश हो गया.'
गौरतलब है कि आगामी 19 जून को बिहार में राज्यसभा की दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए नीतीश ने जदयू उम्मीदवारों का समर्थन करने की लालू से अपील की है.
रामविलास ने नीतीश पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'वह चले थे प्रधानमंत्री बनने और लालू से पूछा कि वह तो कहते थे कि मोदी को संसद में घुसने नहीं देंगे और लोकसभा चुनाव में धूल चटा देंगे पर क्या परिणाम सामने आया. लालू प्रसाद नीतीश कुमार के साथ क्यों हो लिए. सांप्रदायिकता के खिलाफ होने की बात करने वाले यही लोग उसे बढ़ावा दे रहे हैं.'
पासवान ने उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकसभा चुनाव परिणाम की चर्चा करते हुए कहा कि यूपी में कांग्रेस, बीएसपी और सपा को जितनी या फिर बिहार में लालू और नीतीश को जितनी सीटें प्राप्त हुई उतनी एलजेपी को अकेले सीटें हासिल हुईं. उन्होंने दावा किया कि कोई कितनी भी ताकत लगा ले, इन पार्टियों का वोट और भी बिखरेगा. नीतीश और लालू के एक साथ होने से उन्हें घाटा ही होगा और आखिरकार एनडीए को ही लाभ मिलेगा.