बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए विवादित बयान को लेकर राज्य का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. अब इस पर आरजेडी नेता और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
बिहार के वन्य और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव से उन्हीं की पार्टी के नेता चंद्रशेखर द्वारा दिए गए बयान को लेकर सवाल किया गया तो तेज प्रताप ने चुप्पी साध ली और कहने लगे, 'रामचरितमानस पर हम कोई टीका टिपण्णी नहीं करेंगे क्योंकि धार्मिक चीजें हैं, इस पर हम कुछ नहीं बोलेंगे.'
चंद्रशेखर ने क्या बयान दिया था?
बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, 'मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं. रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं. यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं. एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोवलकर का बंच ऑफ थॉट, ये सभी देश को, समाज को नफरत में बांटते हैं. नफरत देश को कभी महान नहीं बनाएगी. देश को महान केवल मोहब्बत ही बनाएगी.'
मंत्री के खिलाफ दो जगह एफआईआर दर्ज
लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने खुद को इससे अलग करते हुए मंत्री के बयान को निजी बताया था. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के दिए बयान के खिलाफ मुजफ्फरपुर और किशनगंज जिले में हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में दो मामले दर्ज किए गए हैं. बीजेपी नीतीश सरकार से मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है और इस मुद्दे को लेकर हमलावर है.
कांग्रेस ने भी की कार्रवाई की मांग
वहीं कांग्रेस ने भी चंद्रशेखर पर निशाना साधते हुए पुलिस से केस दर्ज करने की मांग की है. कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव पर एफआईआर दर्ज करने के लिए उत्तर प्रदेश के डीजीपी को प्रार्थना पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने मंत्री पर रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर धार्मिक भावनाओं को ठेंस पहुंचाने का आरोप लगाया है.
जेडीयू ने बयान से किया किनारा
वहीं जनता दल यूनाइटेड ने भी शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान से किनारा कर लिया है. जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि मंत्री की विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ कार्रवाई करना या न करना आरजेडी पर निर्भर करता है. उन्होंने इसे आरजेडी का आंतरिक मामला बताया है.